आईपीएल 2018 बस शुरू ही होने वाला है. ऐसे में सभी फैंस के इंतजार की घड़ी बस खत्म ही हो रही है. 7 अप्रैल को इस टी20 लीग का पहला मुकाबला खेला जाएगा. ऐसे में सभी फैंस ने अपनी-अपनी फेवरेट टीम चुन ली है और इस सबसे बड़े क्रिकेट लीग का मजा लेने के लिए तैयार हैं. लेकिन लीग शुरू होने से पहले इस टूर्नामेंट के कुछ मुख्य नियम आप जान लीजिए.
राजस्थान, चेन्नई की वापसी
IPL 2018 में इस बार 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं. पिछले साल खेलने वाली गुजरात लॉइंस और पुणे सुपरजायंट इस आईपीएल का हिस्सा नहीं हैं. 2 साल का बैन झेलने के बाद राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स वापसी कर रहे हैं.
इस बार खेले जाएंगे इतने मैच
आईपीएल 2018 में कुल 60 मैच खेले जाएंगे. जिनमें से 56 लीग मैच होंगे और 4 मुकाबले प्लेऑफ के. सभी टीमें लीग स्टेज में 14-14 मैच खेलेंगी. 7 मैच अपने घर में और 7 विरोधी टीम के घर में. लीग स्टेज की टॉप 4 टीमें प्लेऑफ में हिस्सा लेंगी.
प्लेइंग XI में 4 विदेशी खिलाड़ी
हर सीजन की तरह इस बार भी किसी टीम के प्लेइंग-XI में 4 विदेशी खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. ऐसे में टीमें विदेशी खिलाड़ियों को ध्यान में रखते हुए आखिरी-11 के लिए अपनी रणनीति बनाएंगी.
Strategic टाइम आउट
हर बार की तरह इस बार भी एक पारी के दौरान दो बार “Strategic Time out” होगा. ये ढाई मिनट का ब्रेक होता है जिसमें टीमें मैच के बीच में ही अपनी रणनीति बनाती और बदलती हैं. पहली बार ये टाइम आउट 6वें से 8वें ओवर के बीच होता जिसे फील्डिंग करने वाली टीम ले सकती है तो वहीं दूसरा टाइम आउट 11वें से 16वें ओवर के बीच में ले सकते हैं.
DRS का इस्तेमाल
अपने 11वें सीजन में आईपीएल UDRS सिस्टम का इस्तेमाल करने जा रहा है. हर किसी टीम को एक पारी में एक रिव्यू मिलेगा और थर्ड अंपायर के पास बॉल ट्रैकिंग और अल्ट्रा एज के जरिए फैसला सुनाने की तकनीक होगी. पाकिस्तान सुपर लीग UDRS का इस्तेमाल करने वाली पहला टी20 टूर्नामेंट है. 2017 सीजन के प्लेऑफ के दौरान पीएसएल में इस सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था.
दो-दो जर्सी
इस सीजन टीमों के पास अपनी दो-दो जर्सियां होंगी. एक घरेलू मैदान के लिए और एक विरोधी टीम के मैदान के लिए. हर एक टीम 14 मैच खेलेगी जिसमें से 7 मैच वो अपने घर में तो वहीं 7 मैच विरोधी के मैदान पर खेलेगी. इस तरीके की चीजें फुटबॉल में होती आई हैं, अब इस क्रिकेट टूर्नामेंट में भी ऐसा होने जा रहा है.
मिड सीजन ट्रांसफर
ये नियम सिर्फ विदेशी और अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए ही है जबकि भारतीय कैप्ड खिलाड़ियों को इसमें शामिल नहीं किया गया है. नए नियम के मुताबिक, 25वें मैच के बाद अनकैप्ड और विदेशी खिलाड़ी दूसरी टीम को ट्रांसफर हो सकता है, जैसा कि फुटबॉल में होता है. दो टीमें आपस में बात करके ऐसा कर सकती हैं. हालांकि जिन विदेशी खिलाड़ियों ने सिर्फ 2 या उससे कम मैच खेले हों वो ही इस नियम के तहत ट्रांसफर हो सकते हैं
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