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स्वास्थ्य मंत्रालय ने COVID की बूस्टर खुराक के अंतर को 9 से घटाकर 6 महीने किया

स्वास्थ्य मंत्रालय ने COVID वैक्सीन की एहतियाती या बूस्टर खुराक के अंतर को 9 से घटाकर 6 महीने कर दिया है.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार, 6 जुलाई को एक बयान में वयस्कों के लिए COVID-19 वैक्सीन की एहतियाती या बूस्टर खुराक के अंतर को मौजूदा 9 महीने से घटाकर 6 महीने कर दिया है.

टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की मानक तकनीकी उप समिति (STSC) ने COVID-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक और एहतियाती या बूस्टर खुराक के बीच के समय को दूसरे टीके के बाद 6 महीने या 26 सप्ताह तक कम करने की सिफारिश की.

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स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि 18 से 59 वर्ष की आयु के सभी नागरिक एक निजी COVID टीकाकरण केंद्र (CVC) में अपने अंतिम टीकाकरण के 6 महीने या 26 सप्ताह के बाद अपनी पहली एहतियाती खुराक प्राप्त कर सकते हैं.

इसमें कहा गया है कि 60 वर्ष से अधिक आयु के साथ-साथ हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स सरकारी सीवीसी में अपने दूसरे शॉट के 6 महीने या 26 सप्ताह बाद वैक्सीन की एहतियाती खुराक मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने अप्रैल में कहा था कि कोविशील्ड बूस्टर खुराक की कीमत उपयोगकर्ताओं के लिए 600 रुपये होगी, जबकि अस्पताल इसे रियायती कीमत पर खरीद सकते हैं.

केंद्र ने अप्रैल में यह भी कहा था कि निजी टीकाकरण क्लिनिक टीकाकरण के लिए सेवा शुल्क के रूप में अधिकतम 150 रुपये तक शुल्क ले सकते हैं.

वहीं DCGI ने 28 जून को 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए भारत के पहले mRNA COVID वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी.

जेमकोवैक-19 नामक mRNA वैक्सीन पुणे में जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स द्वारा विकसित किया जा रहा है.

वैक्सीन के जुलाई 2022 तक निजी बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद है.

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