भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मंगलवार, 28 जून को 7-11 साल के बच्चों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोवोवैक्स COVID-19 वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी.
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) ने 29 अप्रैल को 12 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के COVID-19 वैक्सीन कोवोवैक्स को मंजूरी दी है.
कोवोवैक्स को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा 9 मार्च को इस आयु वर्ग में उपयोग के लिए अधिकृत किया गया था.
वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी 17 दिसंबर 2021 को मिल गई थी.
एनटीएजीआई (NTAGI) की स्वीकृति का मतलब है कि वैक्सीन को अब जनता के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है.
हम 12 से 17 साल के बच्चों के लिए कोवोवैक्स के बारे में कितना जानते हैं? यह बाजार में कब उपलब्ध होगा?
फिट हिंदी आपके अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का उत्तर दे रहा है.
कोवोवैक्स कैसे काम करता है?
वैक्सीन को यूएस बायोटेक कंपनी नोवावैक्स ने विकसित किया है. यह एक रिकॉम्बिनेंट नैनोपार्टिकल प्रोटीन आधारित टीका है. स्पाइक प्रोटीन की नकल करने वाले नैनोकणों को रेसिपीयंट से मिलवाया जाता है.
यह स्पाइक प्रोटीन प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए "संकेत" के रूप में कार्य करता है. जब आप वैक्सीन लेते हैं तब यह संकेत (signal) को बढ़ाने के लिए एक अन्य सहायक के साथ मिलकर, आपके इम्यून सिस्टम की गतिविधि को बढ़ाता है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार किए जा रहे संस्करण (version) को कोवोवैक्स कहा जाता है. यह वह संस्करण है, जिसे देश में 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए स्वीकृत किया गया है.
यह फाइजर, मॉडर्न, एस्ट्राजेनेका और कोवैक्सिन वैक्सीन की तरह ही दो खुराक वाला टीका है.
इस आयु वर्ग में टीके की प्रभावकारिता के बारे में हम क्या जानते हैं?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अनुसार, कोवोवैक्स को 12 से 17 साल की आयु के बीच के भारतीय बच्चों में चरण 2/3, आब्जर्वर ब्लाइंड (observer-blind), रैंडमाइज्ड (randomized), नियंत्रित अध्ययन में सुरक्षित और प्रभावी पाया गया.
SII ने कहा कि बच्चों में किए गए क्लिनिकल ट्रायल में कोई कार्य-कारण संबंधी गंभीर प्रतिकूल घटनाएं (serious adverse events) नहीं थीं.
WHO के मुताबिक, गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने से रोकने के लिए वैक्सीन को 90% प्रभावी पाया गया.
क्या इस आयु वर्ग के लिए अन्य टीके उपलब्ध हैं?
भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और बायोलॉजिकल ई के कॉर्बेवैक्स दोनों को इस आयु वर्ग के लिए अप्रूव किया गया था.
सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत 15 से 18 साल के बच्चों को कोवैक्सिन दिया जा रहा है, जबकि 12 से 14 साल के बच्चों को अभी केवल कॉर्बेवैक्स दिया जा रहा है.
कोवोवैक्स कॉर्बेवैक्स से कैसे अलग है?
Covovax, Corbevax की तरह, अन्य COVID-19 वैक्सीन है, जो 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को दी जा रही है, एक रिकॉम्बिनेंट प्रोटीन वैक्सीन है.
जबकि कॉर्बेवैक्स एक रिकॉम्बिनेंट प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन है, वहीं कोवोवैक्स एक रिकॉम्बिनेंट नैनोपार्टिकल वैक्सीन है.
टीकों को विकसित करने के तरीके में मामूली अंतर के अलावा, कोवोवैक्स और कॉर्बेवैक्स दोनों ही वायरस के स्पाइक प्रोटीन को टार्गेट करते हैं और समान रूप से प्रशासित (administered) होते हैं.
इस आयु वर्ग के लिए कॉर्बेवैक्स निजी क्लीनिकों में 990 रुपये में बेचा जा रहा है, और सरकारी क्लीनिकों में मुफ्त उपलब्ध है.
दूसरी ओर, कोवोवैक्स को निजी क्लीनिकों में कथित तौर पर ₹900 में बेचा जाएगा.
खुराक कैसी होगी?
बच्चों और वयस्कों के लिए खुराक समान है. बच्चों के लिए कोवोवैक्स को 2 खुराक में प्रशासित (administered) किया जाएगा, दोनों के बीच 3 सप्ताह का अंतर होगा.
12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीका कब शुरू किया जाएगा?
12 से 17 साल के बच्चों के लिए वैक्सीन कब रोल आउट किया जाएगा, इस पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक अपडेट नहीं आया है.
हालांकि, एनटीएजीआई (NTAGI) से मंजूरी का मतलब है कि कोवोवैक्स को अब राष्ट्रीय इनोक्यूलेशन ड्राइव के बाहर निजी क्लिनिक में शुरू किया जा सकता है.
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