Is It safe To Eat Day Old Rice: क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि चावल बनाते समय मात्रा का सही अंदाज नहीं रहता और चावल जरूरत से ज्यादा बन जाता है? फिर उस बचे हुए चावल को खत्म करते-करते 1-2 दिन निकल जाते हैं? मेरे साथ ऐसा कई बार हुआ है.
ऐसे तो बचपन से कई लोगों ने बासी चावल को गर्म करके या प्याज और हरी-मिर्च का छौंक लगा कर या किसी दूसरे तरह की मजेदार रेसिपी बना कर खाया होगा पर आजकल इंटरनेट पर चल रहे बचे हुए चावल को गर्म करके नहीं खाने की सलाह ने शायद सभी को सोच में डाल दिया है.
इंटरनेट पर फ्राइड राइस सिंड्रोम (Fried Rice Syndrome) से जुड़ी बातें लगातार सामने आ रही हैं और लोग उससे जुड़े अपने बुरे अनुभव सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर कर रहे हैं.
क्या है फ्राइड राइस सिंड्रोम (Fried Rice Syndrome)? क्या एक दिन पुराना चावल खाना सेहत को नुकसान पहुंचाता है? फ्राइड राइस सिंड्रोम के लक्षण क्या होते हैं? क्या चावल खाने का कोई सही समय होता है? फिट हिंदी ने एक्सपर्ट्स से संपर्क किया और जाना सवालों के जवाब.
क्या एक दिन पुराना चावल सेहत को नुकसान पहुंचाता है? एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह
1. क्या एक दिन पुराना चावल गर्म कर खाना सेहत को नुकसान पहुंचाता है?
फिट हिंदी ने जब ये सवाल कोलकाता के फोर्टिस आनंदपुर की न्यूट्रिशनिस्ट- डॉ. श्राबानी मुखर्जी से पूछा तो उन्होंने कहा...
"अच्छे से एयर टाइट कंटेनर में रेफ्रिजरेट किया हुआ, एक दिन पुराना चावल खाने से कोई नुकसान नहीं होता है बल्कि इसे खाने से बॉडी को कई फायदे होते हैं. एक दिन पहले पके हुए चावल को जब हम सही तरीके से फ्रिज में रखते हैं, तो उसके अंदर रेजिस्टेंस स्टार्च प्रोड्यूस होता है, जो डायबिटीज और ओबेसिटी के मरीज के लिए बेहद फायदेमंद होता है."
डॉ. श्राबानी मुखर्जी आगे कहती हैं, "इसे ऐसे समझें कि एक रात फ्रिज में पका हुआ चावल स्टोर करने से उसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम हो जाती है. उसके अंदर गुड रेजिस्टेंस स्टार्च प्रोड्यूस होता है और उसका जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है, वो कम हो जाता है. इसलिए ये डायबिटीज, प्री-डायबिटीज और मोटापे (obesity) के शिकार लोगों के लिए फायदेमंद होता है.
पके हुए बासी चावल के फायदों के साथ एक्सपर्ट एक बात को ध्यान में रखने की सलाह भी देती हैं. वो बात ये है...
"बस ये ध्यान रखें कि एक दिन पुराना पका हुआ चावल खाने से पहले उसे गर्म कर लें. चावल बनाने के बाद उसे ढंक कर ठंडा होने तक ही रूम टेम्परेचर पर और उसके बाद फ्रिज में रख देना चाहिए. अगर पके हुए चावल को ठीक से प्रिजर्व करके नहीं रखा जाए तो उस चावल को खाने से बॉडी में इंफेक्शन होने का खतरा रहता है."
डॉ. श्राबानी मुखर्जी, नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस आनंदपुर, कोलकातावहीं गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट में चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट- दीप्ति खटूजा चावल को सही तापमान में स्टोर करने की बात कहती हैं.
"एक दिन पहले बना हुआ चावल आप खा सकते हैं लेकिन आपको इस बात का ख्याल रखना है कि वो सही तापमान पर स्टोर किया हुआ है."
दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्रामदीप्ति खटूजा आगे कहती हैं, "एक न्यूट्रिशनिस्ट के तौर पर हम यही कहते हैं कि ताजा बना फूड खाना सेहतमंद होता है. लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि चावल ज्यादा बन गया तो हम उसे दिन/रात में दोबारा खाने में ले आते हैं. अगर हम सही तरीके से पके चावल को सही तापमान पर स्टोर करें, तो आप इस चावल को वापस से इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन उसकी भी एक टाइम लिमिट है.
एक्सपर्ट्स एक बार में बहुत ज्यादा चावल बना कर उसे 4-5 दिन तक इस्तेमाल करने से सख्त माना करते हैं.
पके हुए चावल में बैक्टीरियल ग्रोथ कैसे और किन हालातों में होता है, इसपर एक्सपर्ट ने बताया..
"नॉर्मली ये देखा गया है कि अगर आप पके हुए चावल को 2 घंटे से ज्यादा 40 से 140 डिग्री फॉरेनहाइट पर रखते हैं, तो उसमें बैक्टीरियल ग्रोथ हो जाता है और उसे खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है."
दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्रामExpand2. क्या होता है फ्राइड राइस सिंड्रोम?
जब ताजे पके चावल को ठंडा होने के 2 घंटे बाद भी फ्रिज में नहीं रखा जाता और बाहर रूम टेम्परेचर पर छोड़ दिया जाता है, तब उसमें बेसेलियस सीरियस नाम के बैक्टीरिया की ग्रोथ होने लगती है, जो कि फूड पॉइजनिंग का कारण बनता है. इस तरह के फूड पॉइजनिंग से जो फूड बोर्न इलनेस होती है, उसको फ्राइड राइस सिंड्रोम कहा जाता है.
"इसके लक्षण ऐसे तो बहुत ही माइल्ड होते हैं. जैसे दस्त, उल्टी लगना, पेट में दर्द होना लेकिन अगर हम इसपर ध्यान न दें, तो ये बहुत ही हानिकारक हो सकता है खास कर उन लोगों में जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है."
दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्रामचावल में बैसिलस सीरियस (Bacillus cereus) नाम का बैक्टीरिया होता है, जो खाने को दूषित करके हमें बीमार बना सकता है.
आपको बता दें कि यह केवल चावल से संबंधित स्थिति नहीं है. कोई भी अनाज इसी तरह खराब होकर बीमारियां फैला सकता है.
फ्राइड राइस सिंड्रोम वो कंडीशन है, जब किसी व्यक्ति की तबीयत बासी खाने के कारण खराब हो जाती है.
Expand3. फ्राइड राइस सिंड्रोम के लक्षण क्या होते हैं?
डॉ. श्राबानी मुखर्जी कहती हैं कि खराब खाना खाने से फूड पॉइजनिंग होना स्वाभाविक है. ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अगर तबीयत थोड़ी ढीली है, तो डाइट पर ध्यान दें. ऐसे में कम फाइबर, कम तेल और कम मसाले वाला खाना खाना चाहिए. हाइड्रेशन का भी ध्यान रखना चाहिए.
ये हैं फ्राइड राइस सिंड्रोम के लक्षण:
डायरिया
उल्टी-मतली
बुखार
आंखों में दर्द
"फ्राइड राइस सिंड्रोम में उल्टी और दस्त होती है, जो फूड पॉइजनिंग के सामान्य लक्षण होते हैं इसलिए, खाना खत्म करने के बाद बिना समय बर्बाद किए चावल को फ्रिज में रखना जरूरी है."
डॉ. तुषार तयाल, कंसलटेंट- इंटरनल मेडिसिन, सीके बिरला हॉस्पिटल, गुरुग्रामExpand4. एक्सपर्ट्स देते हैं ये सलाह
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि भले ही चावल को फ्रिज में रखा गया हो और कितने ही समय तक बाहर रखा गया हो, अगर आपको खराब होने के इनमें से कोई भी संकेत दिखाई दें, तो इसे खाने से बचें:
जब आपने इसे पकाया था तब से यह अधिक गूदेदार (mushy) हो गया है
यह और अधिक गीला हो गया है
रंग या गंध में बदलाव है
हमारे तीनों एक्सपर्ट्स इन बातों को ध्यान में रखने की सलाह भी देते हैं:
पके हुए चावल को पूरे दिन कमरे के तापमान पर न छोड़ें.
बचे हुए चावल को लगभग एक घंटे के लिए ठंडा करें, अधिक नहीं और तुरंत इसे फ्रिज में रख दें.
बचे हुए चावल को खाने के लिए बाहर निकालें, तो चावल की उतनी ही मात्रा गर्म करें, जितनी जरूरत हो और बाकी बचे हुए पके चावल वापस तुरंत फ्रिज में रख दें. सारे बचे हुए चावल को बार-बार गर्म करके न करें.
दोबारा गर्म करते समय, सुनिश्चित करें कि चावल को "भाप की तरह" गर्म यानी स्टीमिंग हॉट किया जाए, ताकि इसे खाने के लिए सुरक्षित बनाया जा सके.
सुनिश्चित करें कि आप किसी भी भोजन को एक से अधिक बार गर्म न करें.
"किसी भी खाना को बार-बार गर्म करने से उसके न्यूट्रिएंट्स खत्म होते हैं और उनका नुकसान होता है, तो इसीलिए कोशिश करें कि खाने की मात्रा का सही अंदाज रखें और ताजा बना हुआ खाना खाएं."
दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्रामवहीं डॉ. श्राबानी मुखर्जी कहती हैं, "एक दिन पुराने पके हुए चावल को फ्रिज से निकाल कर उसे पहले रूम टेमेरेचर पर लाएं और फिर उसे मीडियम हीट में थोड़ा सा गर्म करके खाएं."
Expand5. चावल नहीं फूड पॉइजनिंग का खतरा इनमें अधिक है
फूड जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है वो जल्दी खराब हो जाता है. उसे प्रिजर्व करते समय खास ध्यान देने की जरूरत होती है. वहीं काटे हुए फल और सलाद को फ्रिज में प्रिजर्व कर के रखने पर खाने से इन्फेक्शन होने की आशंका अधिक होती है.
"प्रोटीन फूड और कटे हुए फल, सलाद से पेट में ज्यादा गड़बड़ी होती है. मीट, फिश, मिल्क-मिल्क प्रॉडक्ट्स. इसमें ज्यादा बैक्टीरियल इन्फेक्शन होता है."
डॉ. श्राबानी मुखर्जी, नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस आनंदपुर, कोलकाताप्रोटीन वाले प्रॉडक्ट्स, कटे हुए फल, सलाद को फ्रेश खाना अच्छा होता है, रख कर बाद में खाने से प्रॉब्लम हो सकती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
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क्या एक दिन पुराना चावल गर्म कर खाना सेहत को नुकसान पहुंचाता है?
फिट हिंदी ने जब ये सवाल कोलकाता के फोर्टिस आनंदपुर की न्यूट्रिशनिस्ट- डॉ. श्राबानी मुखर्जी से पूछा तो उन्होंने कहा...
"अच्छे से एयर टाइट कंटेनर में रेफ्रिजरेट किया हुआ, एक दिन पुराना चावल खाने से कोई नुकसान नहीं होता है बल्कि इसे खाने से बॉडी को कई फायदे होते हैं. एक दिन पहले पके हुए चावल को जब हम सही तरीके से फ्रिज में रखते हैं, तो उसके अंदर रेजिस्टेंस स्टार्च प्रोड्यूस होता है, जो डायबिटीज और ओबेसिटी के मरीज के लिए बेहद फायदेमंद होता है."
डॉ. श्राबानी मुखर्जी आगे कहती हैं, "इसे ऐसे समझें कि एक रात फ्रिज में पका हुआ चावल स्टोर करने से उसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम हो जाती है. उसके अंदर गुड रेजिस्टेंस स्टार्च प्रोड्यूस होता है और उसका जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स है, वो कम हो जाता है. इसलिए ये डायबिटीज, प्री-डायबिटीज और मोटापे (obesity) के शिकार लोगों के लिए फायदेमंद होता है.
पके हुए बासी चावल के फायदों के साथ एक्सपर्ट एक बात को ध्यान में रखने की सलाह भी देती हैं. वो बात ये है...
"बस ये ध्यान रखें कि एक दिन पुराना पका हुआ चावल खाने से पहले उसे गर्म कर लें. चावल बनाने के बाद उसे ढंक कर ठंडा होने तक ही रूम टेम्परेचर पर और उसके बाद फ्रिज में रख देना चाहिए. अगर पके हुए चावल को ठीक से प्रिजर्व करके नहीं रखा जाए तो उस चावल को खाने से बॉडी में इंफेक्शन होने का खतरा रहता है."डॉ. श्राबानी मुखर्जी, नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस आनंदपुर, कोलकाता
वहीं गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट में चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट- दीप्ति खटूजा चावल को सही तापमान में स्टोर करने की बात कहती हैं.
"एक दिन पहले बना हुआ चावल आप खा सकते हैं लेकिन आपको इस बात का ख्याल रखना है कि वो सही तापमान पर स्टोर किया हुआ है."दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम
दीप्ति खटूजा आगे कहती हैं, "एक न्यूट्रिशनिस्ट के तौर पर हम यही कहते हैं कि ताजा बना फूड खाना सेहतमंद होता है. लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि चावल ज्यादा बन गया तो हम उसे दिन/रात में दोबारा खाने में ले आते हैं. अगर हम सही तरीके से पके चावल को सही तापमान पर स्टोर करें, तो आप इस चावल को वापस से इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन उसकी भी एक टाइम लिमिट है.
एक्सपर्ट्स एक बार में बहुत ज्यादा चावल बना कर उसे 4-5 दिन तक इस्तेमाल करने से सख्त माना करते हैं.
पके हुए चावल में बैक्टीरियल ग्रोथ कैसे और किन हालातों में होता है, इसपर एक्सपर्ट ने बताया..
"नॉर्मली ये देखा गया है कि अगर आप पके हुए चावल को 2 घंटे से ज्यादा 40 से 140 डिग्री फॉरेनहाइट पर रखते हैं, तो उसमें बैक्टीरियल ग्रोथ हो जाता है और उसे खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है."दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम
क्या होता है फ्राइड राइस सिंड्रोम?
जब ताजे पके चावल को ठंडा होने के 2 घंटे बाद भी फ्रिज में नहीं रखा जाता और बाहर रूम टेम्परेचर पर छोड़ दिया जाता है, तब उसमें बेसेलियस सीरियस नाम के बैक्टीरिया की ग्रोथ होने लगती है, जो कि फूड पॉइजनिंग का कारण बनता है. इस तरह के फूड पॉइजनिंग से जो फूड बोर्न इलनेस होती है, उसको फ्राइड राइस सिंड्रोम कहा जाता है.
"इसके लक्षण ऐसे तो बहुत ही माइल्ड होते हैं. जैसे दस्त, उल्टी लगना, पेट में दर्द होना लेकिन अगर हम इसपर ध्यान न दें, तो ये बहुत ही हानिकारक हो सकता है खास कर उन लोगों में जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है."दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम
चावल में बैसिलस सीरियस (Bacillus cereus) नाम का बैक्टीरिया होता है, जो खाने को दूषित करके हमें बीमार बना सकता है.
आपको बता दें कि यह केवल चावल से संबंधित स्थिति नहीं है. कोई भी अनाज इसी तरह खराब होकर बीमारियां फैला सकता है.
फ्राइड राइस सिंड्रोम वो कंडीशन है, जब किसी व्यक्ति की तबीयत बासी खाने के कारण खराब हो जाती है.
फ्राइड राइस सिंड्रोम के लक्षण क्या होते हैं?
डॉ. श्राबानी मुखर्जी कहती हैं कि खराब खाना खाने से फूड पॉइजनिंग होना स्वाभाविक है. ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अगर तबीयत थोड़ी ढीली है, तो डाइट पर ध्यान दें. ऐसे में कम फाइबर, कम तेल और कम मसाले वाला खाना खाना चाहिए. हाइड्रेशन का भी ध्यान रखना चाहिए.
ये हैं फ्राइड राइस सिंड्रोम के लक्षण:
डायरिया
उल्टी-मतली
बुखार
आंखों में दर्द
"फ्राइड राइस सिंड्रोम में उल्टी और दस्त होती है, जो फूड पॉइजनिंग के सामान्य लक्षण होते हैं इसलिए, खाना खत्म करने के बाद बिना समय बर्बाद किए चावल को फ्रिज में रखना जरूरी है."डॉ. तुषार तयाल, कंसलटेंट- इंटरनल मेडिसिन, सीके बिरला हॉस्पिटल, गुरुग्राम
एक्सपर्ट्स देते हैं ये सलाह
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि भले ही चावल को फ्रिज में रखा गया हो और कितने ही समय तक बाहर रखा गया हो, अगर आपको खराब होने के इनमें से कोई भी संकेत दिखाई दें, तो इसे खाने से बचें:
जब आपने इसे पकाया था तब से यह अधिक गूदेदार (mushy) हो गया है
यह और अधिक गीला हो गया है
रंग या गंध में बदलाव है
हमारे तीनों एक्सपर्ट्स इन बातों को ध्यान में रखने की सलाह भी देते हैं:
पके हुए चावल को पूरे दिन कमरे के तापमान पर न छोड़ें.
बचे हुए चावल को लगभग एक घंटे के लिए ठंडा करें, अधिक नहीं और तुरंत इसे फ्रिज में रख दें.
बचे हुए चावल को खाने के लिए बाहर निकालें, तो चावल की उतनी ही मात्रा गर्म करें, जितनी जरूरत हो और बाकी बचे हुए पके चावल वापस तुरंत फ्रिज में रख दें. सारे बचे हुए चावल को बार-बार गर्म करके न करें.
दोबारा गर्म करते समय, सुनिश्चित करें कि चावल को "भाप की तरह" गर्म यानी स्टीमिंग हॉट किया जाए, ताकि इसे खाने के लिए सुरक्षित बनाया जा सके.
सुनिश्चित करें कि आप किसी भी भोजन को एक से अधिक बार गर्म न करें.
"किसी भी खाना को बार-बार गर्म करने से उसके न्यूट्रिएंट्स खत्म होते हैं और उनका नुकसान होता है, तो इसीलिए कोशिश करें कि खाने की मात्रा का सही अंदाज रखें और ताजा बना हुआ खाना खाएं."दीप्ति खटूजा, चीफ क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट, गुरुग्राम
वहीं डॉ. श्राबानी मुखर्जी कहती हैं, "एक दिन पुराने पके हुए चावल को फ्रिज से निकाल कर उसे पहले रूम टेमेरेचर पर लाएं और फिर उसे मीडियम हीट में थोड़ा सा गर्म करके खाएं."
चावल नहीं फूड पॉइजनिंग का खतरा इनमें अधिक है
फूड जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है वो जल्दी खराब हो जाता है. उसे प्रिजर्व करते समय खास ध्यान देने की जरूरत होती है. वहीं काटे हुए फल और सलाद को फ्रिज में प्रिजर्व कर के रखने पर खाने से इन्फेक्शन होने की आशंका अधिक होती है.
"प्रोटीन फूड और कटे हुए फल, सलाद से पेट में ज्यादा गड़बड़ी होती है. मीट, फिश, मिल्क-मिल्क प्रॉडक्ट्स. इसमें ज्यादा बैक्टीरियल इन्फेक्शन होता है."डॉ. श्राबानी मुखर्जी, नूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस आनंदपुर, कोलकाता
प्रोटीन वाले प्रॉडक्ट्स, कटे हुए फल, सलाद को फ्रेश खाना अच्छा होता है, रख कर बाद में खाने से प्रॉब्लम हो सकती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)