African Swine Fever: मणिपुर में पशु चिकित्सा और पशुपालन विभाग ने 13 अक्टूबर को एक बयान में राज्य में अफ्रीकन स्वाइन बुखार (एएसएफ) के प्रकोप की पुष्टि की है.
एएसएफ (ASF) के प्रसार को कंट्रोल करने के लिए निर्देश जारी करते हुए, सरकार ने आदेश दिया कि इम्फाल पश्चिम में सूअरों की आवाजाही और ट्रांसपोर्टेशन पर अगली सूचना तक प्रतिबंध रहेगा.
अफ्रीकन स्वाइन फीवर क्या है?
विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अफ्रीकन स्वाइन बुखार (ASF) घरेलू और जंगली सूअरों की एक बेहद संक्रामक वायरल बीमारी है, जिसकी मृत्यु दर 100% तक पहुंच सकती है. एशिया, कैरिबियाई, यूरोप और प्रशांत (pacific) क्षेत्र के देशों में एएसएफ का प्रकोप देखा गया है, जिससे उनकी सूअरों की आबादी प्रभावित हुई है.
मणिपुर में कौन से क्षेत्र प्रभावित हुए हैं?
एपिसेंटर के अलावा, संक्रमित क्षेत्र में सुअर फार्म से 1 किमी तक का क्षेत्र शामिल है, जो इंफाल पश्चिम के इरोइसेम्बा में प्रभावित हुआ है. आसपास के करीब 10 किलोमीटर के इलाके पर भी नजर रखी जा रही है.
क्या निर्देश जारी किये गये हैं?
सूअरों (मृत या जीवित) की आवाजाही सख्त मना है.
संक्रमित क्षेत्र के भीतर सूअर का मांस, चारा और संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने वाली सामग्रियों की आवाजाही और बिक्री मना है.
सभी संक्रमित जानवरों को मारने का काम उचित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा.
जिन फार्मों में सूअर संक्रमित हैं या संक्रमित होने का संदेह है, वहां पर उपयोग किए जाने वाले सभी उपकरणों/टूल्स और वाहनों को आवाजाही पर मनाही लगाई गई है.
क्या यह इंसानों के हेल्थ के लिए खतरनाक है?
नहीं, इससे इंसानों के हेल्थ को कोई खतरा नहीं है. हालांकि, वायरस के फैलने से सुअर की आबादी और कृषि अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है.
विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वायरस कपड़े, जूते, पहियों, दूसरी सामग्रियों और विभिन्न पोर्क उत्पादों, जैसे हैम, सॉसेज या बेकन में जीवित रह सकता है.
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