भारत में मंकीपॉक्स के पुष्ट मामले 13 हो गए हैं. ताजा पुष्ट मामला दिल्ली की एक 30 वर्षीय नाइजीरियाई महिला का है.
भारत में पहला मामला एक 35 वर्षीय व्यक्ति में 14 जुलाई को केरल में पाया गया था.
2022 की शुरुआत के बाद से, मंकीपॉक्स दुनिया भर के समूहों में फैल रहा है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया है.
23 जुलाई को, WHO ने मंकीपॉक्स को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया.
क्या इसका मतलब यह एक महामारी है? यह कैसे फैलता है? इसका इलाज कैसे किया जाता है?
फिट हिंदी मंकीपॉक्स से जुड़े आपके सवालों के जवाब देता है.
क्या है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है. यह एक जूनोसिस है, जिसका अर्थ है कि यह रोडन्ट और प्राइमेट जैसे जानवरों से मनुष्यों में आता है. मंकीपॉक्स कोई नया वायरस नहीं है. इसे सेंट्रल और वेस्ट अफ्रीका के कुछ हिस्सों में 'एंडेमिक' माना जाता है, खासकर ट्रॉपिकल रैन फॉरेस्ट के क्षेत्रों में.
क्या यह एक एसटीडी है?
यह निकट संपर्क से फैलता है, जिसका अर्थ है कि यौन गतिविधि से इन्फेक्शन फैलने का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन यह इन्फेक्शन फैलने का एकमात्र तरीका नहीं है.
मंकीपॉक्स किसी को भी हो सकता है.
अब तक दुनिया में कितने मामलों का पता चला है?
WHO के अनुसार, अब तक 74 देशों में मंकीपॉक्स के लगभग 17,000 मामले सामने आए हैं. यह बीमारी मार्च 2022 में स्वास्थ्य अधिकारियों के रडार पर आई.
क्या मामले गंभीर हैं? क्या किसी की मौत की सूचना मिली है?
मंकीपॉक्स कुछ मामलों में घातक हो सकता है, लेकिन ऐसा अक्सर नहीं होता है. प्रारंभिक जीनोम सीक्वेंसिंग डेटा के अनुसार, अभी जो वायरस घूम रहा है, वह हल्के किस्म का है.
यहां बता दें, जिन देशों में यह बीमारी स्थानिक नहीं है, वहां अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में मंकीपॉक्स के मामलों के बारे में हम क्या जानते हैं?
भारत में अब तक मंकीपॉक्स के कम से कम 4 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. कन्फर्म्ड मामलों में 3 केरल में हैं और 1 दिल्ली में.
क्या हैं मंकीपॉक्स के लक्षण?
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मंकीपॉक्स के लक्षणों में शामिल हैं:
बुखार
ठंड लगना
सिरदर्द
शरीर दर्द
चकत्ते
लिम्फ नोड्स में सूजन
हाथों, पैरों और चेहरे पर दर्दनाक ब्लिस्टर (चिकनपॉक्स की तरह)
यह कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स इन माध्यमों से फैलता है:
नजदीकी शारीरिक संपर्क
संक्रमित त्वचा या घावों के साथ संपर्क
रेस्पिरेटरी सिस्टम से निकली बूंदें
दूषित वस्तुओं के साथ अप्रत्यक्ष संपर्क
मां से बच्चे में वर्टिकल ट्रांस्मिशन
क्या हैं मंकीपॉक्स पर भारत सरकार के दिशानिर्देश?
भारत में मंकीपॉक्स के दूसरे मामले का पता चलते ही, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सुरक्षा दिशानिर्देश जारी कर दिए थे.
जिन लोगों में मंकीपॉक्स जैसे लक्षणों का संदेह है, उन्हें एक डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए, खासकर अगर:
वे ऐसे लोगों के संपर्क में आए हैं, जिन लोगों को मंकीपॉक्स हुआ हो
वे उन क्षेत्रों में रहते हों, जहां मंकीपॉक्स का पता चला है
दिशानिर्देश यात्रा करने वालों को इन बातों से बचने को कहता है:
बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क, खासकर अगर उन्हें त्वचा के घाव हैं
जंगली जानवरों, विशेष रूप से चूहों (rodents) और प्राइमेट्स (primates) के साथ निकट संपर्क
जंगली जानवरों का मांस खाना
बीमार लोगों द्वारा उपयोग की गई दूषित सामग्री के साथ निकट संपर्क
क्या हम एक और लॉकडाउन की तरफ जा रहे हैं?
फिलहाल यह एक पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी है, इसका मतलब यह नहीं है कि इससे लॉकडाउन भी हो जाएगा.
लॉकडाउन इस बात पर निर्भर करेगा कि स्थिति कैसे सामने आती है, बीमारी कैसे फैलती है और भविष्य में यह कितनी विकराल होती है.
इसका इलाज क्या है?
चेचक और चिकनपॉक्स और अधिकांश वायरल इन्फ़ेक्शन की तरह ही मंकीपॉक्स का भी कोई स्पेसिफ़िक ट्रीटमेंट नहीं है.
अधिकांश रोगी सिम्प्टमैटिक मैनज्मेंट के साथ कुछ हफ्तों में ठीक हो जाते हैं.
क्या हमारे पास मंकीपॉक्स का टीका है?
चेचक के टीके मंकीपॉक्स के खिलाफ प्रभावी पाए गए. हालांकि, जब 1980 में चेचक बीमारी के खत्म होते ही, टीके भी बंद कर दिए गए थे.
फिलहाल, मंकीपॉक्स के लिए यूएस एफडीए ने 2 टीके अप्रूव किए हैं. वो हैं ACAM2000, JYNNEOS.
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