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Monkeypox ग्लोबल इमरजेंसी घोषित,जानें भारत सरकार ने क्या गाइडलाइन्स जारी किए हैं

इससे पहले 2020 में WHO ने Covid-19 को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था.

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बढ़ते मामलों के बीच WHO ने शनिवार, 23 जुलाई को मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया. WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम ने इसकी जानकारी दी है. इससे पहले भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 15 जुलाई को मंकीपॉक्स को मैनेज करने के लिए गाइडलाइन जारी की थी. यह भारत में मंकीपॉक्स के पहले पुष्ट मामले के बाद जारी किया गया था.

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दिशानिर्देश के अनुसार, जिन लोगों को चकत्तों के साथ बुखार हो रहा है, उन्हें हेल्थकेयर फॅसिलिटी का उपयोग करना चाहिए अगर:

  • वे ऐसे लोगों के संपर्क में आए हैं, जिन्हें मंकीपॉक्स हुआ हो

  • वे उन क्षेत्रों में रहते हैं, जहां मंकीपॉक्स का पता चला है

दिशानिर्देश यात्रा करने वालों को इन बातों से बचने को कहता है:

  • बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क, खासकर अगर उन्हें त्वचा के घाव हैं

  • जंगली जानवरों, विशेष रूप से चूहों (rodents) और प्राइमेट्स (primates) के साथ निकट संपर्क

  • जंगली जानवरों का मांस खाना

  • बीमार लोगों द्वारा उपयोग की गई दूषित सामग्री के साथ निकट संपर्क

गुरुवार, 14 जुलाई को, भारत ने मंकीपॉक्स का पहला मामला दर्ज किया था. यह एक दुर्लभ लेकिन घातक वायरल संक्रमण है.

केरल का 35 वर्षीय व्यक्ति हाल ही में यूएई से लौटा था. कहा जा रहा है कि वह UAE में रहने के दौरान किसी ऐसे व्यक्ति के निकट संपर्क में था, जिसने मंकीपॉक्स के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह शख्स अब तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में भर्ती है.

दुनिया भर में 70 से अधिक देशों से मंकीपॉक्स संक्रमण की सूचना आई है.

क्या है मंकीपॉक्स?

मंकीपॉक्स एक वायरल संक्रमण है, जो मंकीपॉक्स वायरस से होता है.

WHO के अनुसार, मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है, जो ज्यादातर मध्य और पश्चिम अफ्रीका के ट्रॉपिकल रैन फोरेस्ट (Tropical rainforest) क्षेत्रों में होती है.

हालांकि यह रोग मनुष्यों में दुर्लभ है, पर संक्रमित होने पर घातक हो सकता है. WHO के मुताबिक, मंकीपॉक्स के दस प्रतिशत मरीजों की मौत हो सकती है. युवा लोगों में मृत्यु का जोखिम और भी अधिक होता है.

UK की NHS के अनुसार, यह रोग आमतौर पर चिकनपॉक्स से मिलता है और इस रोग में सबसे पहले चेहरे पर दाने (rash) आने शुरू होते हैं.

ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्पेन और अमेरिका में अब तक एक साथ मंकीपॉक्स के कई मामले दर्ज किए गए हैं. भारत में अब तक 1 मामला सामने आया है.

मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?

मंकीपॉक्स इन माध्यमों से फैलता है:

  • नजदीकी शारीरिक संपर्क

  • संक्रामित त्वचा या घावों के साथ संपर्क

  • रेस्पिरेटरी सिस्टम से निकली बूंदें

  • दूषित वस्तुओं के साथ अप्रत्यक्ष संपर्क

  • मां से बच्चे में वर्टिकल ट्रांस्मिशन

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