Stomach (Gastric) Cancer Myths And Facts: पेट का कैंसर जिसे गैस्ट्रिक कैंसर (Gastric cancer) भी कहते हैं, पेट के किसी भी हिस्से में होने वाले कैंसर को कहते हैं. पेट का कैंसर अभी भी दुनिया भर में सबसे अधिक होने वाले कैंसरों में से एक है. इसका सबसे आम प्रकार एडेनोकार्सिनोमा (adenocarcinoma) है, जो पेट की अंदरूनी परत से शुरू होता है. आज भी इस कैंसर के बारे में कई तरह के मिथक लोगों के बीच फैले हुए हैं.
ऐसे में फिट हिंदी ने डॉ. संजय वर्मा से जानना पेट के कैंसर (Stomach Cancer) से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में.
पेट के कैंसर (Stomach Cancer) के मिथक और उनकी सच्चाई
मिथक: पेट के कैंसर का इलाज संभव नहीं है.
सच्चाई: पेट के कैंसर का इलाज किया जा सकता है. कैंसर का इलाज उसके स्टेज पर निर्भर करता है. पेट के कैंसर का पता आम तौर पर तब तक नहीं चल पाता है जब तक यह एडवांस्ड या अंतिम स्टेज तक नहीं पहुंच जाता है, जिसकी वजह से इसका इलाज कुछ हद तक मुश्किल हो जाता है. पेट के निचले हिस्से (डिस्टल स्टमक) में पाए जाने वाले ट्यूमर के पेट के ऊपरी हिस्से (प्रॉक्सिमल स्टमक) में पाए जाने वाले ट्यूमर के मुकाबले ठीक होने की संभावना अधिक होती है.
मिथक: अगर दर्द नहीं हो रहा है, तो यह कैंसर नहीं हो सकता है.
सच्चाई: जिन लोगों में पेट का कैंसर होता है उन्हें बहुत मुश्किल से ही बीमारी के शुरुआती चरणों में किसी तरह के लक्षण का अनुभव होता है. यह उन मुख्य कारणों में से एक है जिसकी वजह से शुरुआती स्टेज में पेट के कैंसर का पता लगाना बहुत मुश्किल होता है.
मिथक: लंबे समय तक अपच की स्थिति का सामना करना, पेट के कैंसर का लक्षण है.
सच्चाई: पेट के कैंसर का एक शुरुआती लक्षण एसिडिटी और डकार आना भी हो सकता है. ऐसे कई लोगों में वर्षों तक ऐसे लक्षण देखने को मिले हैं, जिन्हें पेट का कैंसर हुआ है. लेकिन ये लक्षण पेट की दूसरी समस्याओं से भी जुड़े हो सकते हैं. लंबे समय तक अपच की स्थिति का सामना कर रहे ज्यादातर लोगों को कैंसर नहीं होता है.
मिथक: पेट का कैंसर आम कैंसर नहीं है.
सच्चाई: पेट का कैंसर दुनिया में पांचवां सबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है, जिसके 2012 में 9,52,000 नए मामले सामने आए थे. कोरिया में पेट के कैंसर की दर सर्वोच्च है. इसके बाद मंगोलिया और जापान का नंबर आता है. पेट के कैंसर के लगभग 71% मामले कम विकसित देशों में होते हैं. ऐसा वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट में कहा गया है.
मिथक: हर तरह का ट्यूमर कैंसर वाला होता है.
सच्चाई: ट्यूमर शब्द का सीधा मतलब है असामान्य वृद्धि. इसे घातक या साधारण ट्यूमर के तौर पर बांटा जा सकता है. घातक ट्यूमर का मतलब है कि यह कैंसर वाला होता है. साधारण ट्यूमर का मतलब है कि इसमें कैंसर नहीं होता है. कुछ साधारण ट्यूमर ऐसे होते हैं, जो घातक हो सकते हैं.
"ऐसी कई वजहें हैं, जो साधारण और घातक ट्यूमर के बीच के अंतर को बताती हैं, लेकिन इस बात को ध्यान में रखना जरूरी है कि साधारण ट्यूमर उस तरह से नहीं फैलता है, जिस तरह से एक घातक ट्यूमर फैल सकता है."डॉ. संजय वर्मा, डायरेक्टर – मिनिमल ऐक्सेस, जीआई एंड बेरियाट्रिक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली
मिथक: क्या कोई व्यक्ति सर्जरी के बाद बिना पेट के जीवित रह सकता है.
सच्चाई: पेट के कैंसर के कुछ मरीजों को इलाज के प्लान के तहत टोटल गैसट्रेक्टॉमी से होकर गुजरना पड़ता है. इस प्रक्रिया में पेट को पूरी तरह निकाल दिया जाता है. स्मॉल बाउल का हिस्सा जो सीधे एसोफेगस तक जाता है, उसे डुओडेनम के आखिर में काटा जाता है. डुओडेनम का यह कटा हुआ हिस्सा स्मॉल बाउल से फिर से जोड़ दिया जाता है.
क्यों होता है पेट का कैंसर?
एक्सपर्ट के बताए इन कारणों की वजह से हो सकता है पेट का कैंसर:
लगातार तंबाकू का सेवन करते रहना.
मोटापा या अनियंत्रित शारीरिक वजन.
शराब पीना.
बैक्टीरिया हेलिकोबैक्टर पाइलोरी की वजह से इन्फेक्शन.
लगातार अधिक मसालेदार, तला भुना, फास्ट फूड खाना और कम साग-सब्जी खाना.
पर्निशियस एनीमिया (रेड ब्लड सेल्स की कमी).
पेट के कैंसर से बचाव के उपाय
कुछ ऐसे उपाय हैं, जिनकी मदद से पेट के कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है.
धूम्रपान न करना या धूम्रपान छोड़ देना.
फास्ट फूड, अधिक मसालेदार और तेज नमक वाला भोजन कम खाना.
ताज़े फल और सब्जियों से भरपूर डाइट लेना.
वजन को कंट्रोल में रखें.
स्ट्रेस से दूर रहें.
एक्सरसाइज करते रहें.
हेलिकोबैक्टर पाइलोरी इन्फेक्शन का सही इलाज बचाव में मदद कर सकता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)