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Bride-Groom Diet: दूल्हा और दुल्हन के लिए कैसी हो हेल्‍दी डाइट, बता रहीं एक्सपर्ट 

Health Tips For Bride And Groom: प्री-वेडिंग डाइट प्लान को फॉलो करने से पहले अपनी एक्सपर्ट से अच्छी तरह से बात करें.

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फिट
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Healthy Diet Tips For Bride And Groom: शादी का सीजन शुरू हो चुका है और जिनके घर में शादी है वो तरह-तरह की तैयारियों में लग गए होंगे. वहीं होने वाले दूल्हा-दुल्हन भी अपने खास दिन के हर एक फंक्शन में बेस्ट दिखने और फील करने की तैयारी में लग चुके होंगे.

ऐसे तो सुंदर और फिट हर कोई दिखना चाहता है पर अक्सर दूल्हा-दुल्हन को इसकी चिंता दूसरों से कहीं अधिक होती है.

शादी में मेरी स्किन कैसे हेल्दी रहेगी? शादी की भाग-दौड़ में भी मैं कैसे एनर्जेटिक रहूं? शादी के पकवानों के बीच मैं अपनी कैलोरीज कैसे मैनेज करूं? फिट हिंदी ने एक्सपर्ट से बात की और जाना इन सवालों के जवाब.

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दूल्हा-दुल्हन फूड से एनर्जी लेवल कैसे बनाए रखें?

"दिन के दौरान हमारा एनर्जी लेवल अलग-अलग होता है. यह हमारे रूटीन, मेटाबॉलिज्म, हेल्थ और इमोशनल स्टेट पर निर्भर करता है."
विलासिनी भास्करन, डायटेटिक लीड- प्रैक्टो इंडिया एंड स्पेशलिस्ट डाइटिशियन-एनएचएस (यूके)

प्री-वेडिंग डाइट प्लान और कई तरह के दूसरे प्लान को फॉलो करने से पहले अपनी एक्सपर्ट से अच्छी तरह से बात करें.

विलासिनी भास्करन फिट हिंदी से कहती हैं कि स्नैक्स और सप्लीमेंट्स जैसी तुरंत एनर्जी देने वाली खाने-पीने की चीजों से हमें थोड़े समय के लिए तो एनर्जी मिल जाती है लेकिन लंबे समय में ये हेल्थ से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकती हैं. अगर आप लंबे समय तक एनर्जी पाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए हेल्दी तरीके अपनाएं.

  • अपने खाने में हाई-फाइबर वाले कार्बोहाइड्रेट शामिल करें – हाई-फाइबर कार्बोहाइड्रेट, जैसे चबाने लायक साबुत अनाज लेने से लंबे समय तक एनर्जी लेवल को बनाए रखने में मदद मिल सकती है. ये साबुत अनाज धीरे-धीरे पचते हैं और पूरे दिन धीरे-धीरे एनर्जी देते हैं. ये एनर्जी में होने वाले बहुत अधिक उतार-चढ़ाव से बचाते हैं.

  • रेगुलर इंटरवल पर खाना खाने के नियम का पालन करें - रेगुलर इंटरवल पर हेल्दी बैलेंस्ड फूड खाने से आपको महसूस होगा कि आपके पास पूरे दिन काम करने के लिए एनर्जी है.

  • हाइड्रेटेड रहें - पर्याप्त पानी पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखें क्योंकि हाइड्रेशन लेवल में 2% की गिरावट भी आपकी किसी काम में फोकस करने की क्षमता और याददाश्त को प्रभावित कर सकती है. हर दिन 6-8 ग्लास तरल पदार्थ पिएं. फ़िज़ी पेय और शराब जैसे शुगरी ड्रिंक्‍स लेने से बचें. ज्यादा बेहतर रिजल्ट पाने के लिए अपनी डाइट में नींबू पानी, बिना चीनी का स्क्वैश या फलों की चाय शामिल करें.

  • थोड़ा टहलें - जब आप थका हुआ महसूस कर रहे हों, तो एक्सरसाइज करना उल्टा असर डाल सकता है. हालांकि, थोड़ी देर टहलने या घर का कुछ हल्का काम करने से ब्लड फ्लो बढ़ सकता है, जिससे एनर्जी लेवल बढ़ता है.

  • अपना मूड दुरुस्त रखें - तनाव, एंग्‍जाइटी और डिप्रेशन से आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं. मूड को दुरुस्त रखने वाली ऐक्टिविटीज जैसे योग, ध्यान करें या म्यूजिक सुनें.

  • अच्छी नींद लें - एक नियमित नींद लें, सोने से पहले स्क्रीन पर बिताए जाने वाले समय को सीमित करें और नींद की कमी के कारण होने वाली थकान से निपटने के लिए दिन में झपकी लेने से बचें.

  • अपने डॉक्टर से बात करें - किसी भी विटामिन या मिनिरल की कमी की पहचान करने के लिए ब्लड टेस्ट की जांच करवाएं. इस जांच के रिजल्ट्स के मुताबिक डॉक्टर की सलाह पर मल्टीविटामिन या मिनरल की खुराक लें.

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दूल्हा-दुल्हन अपनी स्किन का कैसे रखें ख्याल?

स्किन की चमक और हेल्थ को अच्छे कंडीशन में रखने के लिए पेट की सेहत पर ध्यान देना बेहद जरुरी होता है. हेल्दी फूड जिसमें प्रोबायोटिक्स शामिल हो, हाइड्रेशन, साफ पेट और एक्सरसाइज स्किन हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं.

गट हेल्थ को सेहतमंद बनाने के लिए करें ये उपाय:

  • हेल्दी गट माइक्रोबायोम को बनाए रखने के लिए हेल्दी और बैलेंस्ड फूड खाना जरुरी है. इसके लिए आपके भोजन में एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सब्जियां, फल, मेवे, बीज और लीन प्रोटीन शामिल होने चाहिए. रिफाइंड शुगर या वसा से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से गैस्ट्राइटिस, पेट फूलना, अपच और ऐंठन (क्रैम्‍प्‍स) जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

प्रोबायोटिक्स बनाम प्रीबायोटिक्स - प्रोबायोटिक्स ऐसे खाद्य पदार्थ या सप्लीमेंट होते हैं, जिनमें जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं. इनका काम शरीर में "अच्छे" बैक्टीरिया (नॉर्मल माइक्रोफ्लोरा) को बनाए रखना या बढ़ाना है. प्रीबायोटिक्स (आमतौर पर हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ) मानव माइक्रोफ्लोरा के लिए फूड की तरह काम करते हैं.
  • साउरक्रोट, किमची और दही में प्रोबायोटिक्स मौजूद होते हैं. पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए इन्हें नियमित रूप से आहार में शामिल किया जा सकता है.

  • जब प्रोबायोटिक सप्लीमेंट की बात आती है, तो बाजार में इसके कई विकल्प उपलब्ध हैं. हालांकि, इन सप्लीमेंट्स की यूटिलिटी व्यक्ति की टॉलरेंस के मुताबिक अलग-अलग होती है. आंतों की संपूर्ण सेहत में सुधार और कई हेल्थ कंडीशंस में अच्छे असर के लिए हाई कॉलोनी-फॉर्मिंग यूनिट (CFU) काउंट के साथ मल्टी-स्ट्रेन प्रोबायोटिक्स चुनने की सलाह दी जाती है.

"अगर शरीर सही ढंग से हाइड्रेटेड और पोषित होता है, तो उसकी चमक चेहरे पर तो नजर आती ही है, साथ ही आप मन से भी खूबसूरत दिखते हैं."
विलासिनी भास्करन, डायटेटिक लीड- प्रैक्टो इंडिया एंड स्पेशलिस्ट डाइटिशियन-एनएचएस (यूके)
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अधिक कैलोरी इंटके से दूल्हा-दुल्हन ऐसे बचें

"डाइटिंग की तुलना में सोच-समझकर खाने का तरीका ज्यादा टिकाऊ होता है. घर में और घर के बाहर सोच-समझ कर खाने से स्ट्रेस भी कम होता है."
विलासिनी भास्करन, डायटेटिक लीड- प्रैक्टो इंडिया एंड स्पेशलिस्ट डाइटिशियन-एनएचएस (यूके)

एक्सपर्ट ने बताए सोच-समझकर खाने के आसन उपाय:

  • खाने के लिए छोटी प्लेट का इस्तेमाल करें: कैलोरी की मात्रा कम करने के लिए छोटी प्लेट का इस्तेमाल करें. छोटी प्लेट ज्यादा भरी हुई दिखेगी जिससे आप ज्यादा खाने के लिए प्रेरित नहीं होंगे.

  • कार्ब्स पर ध्यान दें: कार्ब्स की मात्रा बढ़ाए बिना छोटे हिस्से में खाएं. सुनिश्चित करें कि आपके खाने में कार्ब्स, प्रोटीन और सब्जियों का सही संतुलन हो.

  • क्वांटिटी पर कंट्रोल रखें: याद रखें कि बैलेंस और कंट्रोल अच्छी तरह खाना खाने के जरूरी सिद्धांत हैं, जो आपको मेटाबॉलिक असंतुलन और स्वास्थ्य संबंधी दूसरे नेगेटिव रिजल्ट्स से बचा सकते हैं. साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए छोटे-छोटे हिस्से में खाने का प्रयास करें. इस आदत से आप स्ट्रेस और गिल्ट फील किए बिना अपने पसंदीदा भोजन और व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे.

  • धीरे-धीरे खाएं: जल्दी-जल्दी खाना खाने से आपका दिमाग इसको लेकर भ्रमित हो सकता है कि आपने कितना खाया है, जिससे असंतोष और ज्यादा खाने की भावना पैदा हो सकती है. इससे बचने के लिए धीरे-धीरे और अच्छे से चबाकर खाने की कोशिश करें. यह फूड क्वांटिटी को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जब हम मुंह में देर तक खाना चबाते हैं, तो इस बढ़े हुए ओरल-सेंसरी एक्‍सपोज़र (ओएसई) से खाना कम मात्रा में खाया जाता है. 

  • 20 मिनट के नियम का पालन करें: खाने की दूसरी हेल्पिंग से पहले कम से कम 20 मिनट तक इंतजार करें. इससे आप अपनी भूख के लेवल को समझ सकेंगे. अगर आप फुल महसूस कर रहे हैं, तो खाना खाना बंद कर दें.

  • टेम्‍पटेशन से बचें: बचा हुआ खाना खाना और अधिक खाना खाने से बिना सोचे-समझे ज्यादा कैलोरी का सेवन हो सकता है. इसके बजाय खाने को देखकर ललचाने (टेम्‍पटेशन) से बचने के लिए पानी पिएं या शुगर-फ्री हर्बल या फलों की चाय या पतला छाछ पिएं.

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