ADVERTISEMENTREMOVE AD

बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना 4 दिन की भारत यात्रा पर

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगी।

Published
न्यूज
2 min read
story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD
नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की सोमवार से शुरू हो रही चार दिवसीय भारत यात्रा के दौरान भारत और बांग्लादेश रक्षा, व्यापार और नदी जल बंटवारे के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा कर सकते हैं।

हसीना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मंगलवार को होने वाली बातचीत के बाद दोनों पक्षों के बीच कुशियारा नदी के पानी के अंतरिम बंटवारे सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

गुरुवार को हसीना का राजस्थान के अजमेर में श्रद्धेय सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह का दौरा करने का कार्यक्रम है। हसीना के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन, वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी, रेल मंत्री मोहम्मद नूरुल इस्लाम सुजान, मुक्ति युद्ध मंत्री एके एम मोजम्मेल हक और पीएम के आर्थिक मामलों के सलाहकार मशिउर एकेएम रहमान शामिल होंगे।

5 से 8 सितंबर की अपनी यात्रा के दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगी। यात्रा से परिचित लोगों ने रविवार को कहा कि दोनों पक्ष रक्षा, व्यापार, नदी जल बंटवारे और कुछ अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों की घोषणा करेंगे।

हसीना ने आखिरी बार अक्टूबर 2019 में नई दिल्ली का दौरा किया था। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था, प्रधानमंत्री शेख हसीना की आगामी यात्रा मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों और आपसी विश्वास और समझ के आधार पर दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों को और मजबूत करेगी।

पिछले महीने, भारत और बांग्लादेश ने कुशियारा नदी के पानी के अंतरिम बंटवारे पर समझौते के पाठ को अंतिम रूप दिया। 25 अगस्त को दिल्ली में हुई भारत-बांग्लादेश संयुक्त नदी आयोग (जेआरसी) की 38वीं मंत्रिस्तरीय बैठक में समझौता ज्ञापन (एमओयू) के पाठ को अंतिम रूप दिया गया।

--आईएएनएस

एकेआर/एसकेपी

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×