राजस्थान में उपचुनाव में मिली हार के बाद तिलमिलाई बीजेपी बड़ी राहत मिली है. एक समय पार्टी के बड़े नेता रहे किरोड़ीलाल मीणा की करीब 10 साल बाद पार्टी में वापसी हुई है. जयपुर में उनकी वापसी के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी सहित कई मिनिस्टर मौजूद थे.
मीणा के अलावा उनकी पत्नी विधायक गोलमा देवी, विधायक गीता वर्मा और आमेर से विधायक नवीन पिलानिया भी बीजेपी में शामिल हुए हैं. अब मीणा की पार्टी राजपा का भी बीजेपी में विलय तय माना जा रहा है. कुछ रिपोर्टों की मानें तो राजपा के विधायकों को वसुंधरा मंत्रिमंडल में भी शामिल कर सकती हैं.
2008 में छोड़ी थी बीजेपी
किरोड़ीलाल मीणा, राजस्थान में मीणा समाज के बड़े नेता माने जाते हैं. 2008 में वसुंधरा राजे से मनमुटाव होने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी. उस वक्त प्रदेश में गुर्जर आंदोलन उफान पर था. मीणा तब वसुंधरा सरकार में खाद्य मंत्री थे. 2008 में उन्होंने अशोक गहलोत को समर्थन दिया था. गहलोत सरकार में उनकी पत्नी राज्यमंत्री भी बनाई गईं थीं.
कुछ मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बीजेपी किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को राज्यसभा भेजने पर राजी हुई है. राजस्थान में 23 मार्च को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने हैं.
बीजेपी के पुराने नेताओं से अनबन के चलते वसुंधरा को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. किरोड़ीमल मीणा के अलावा घनश्याम तिवाड़ी भी लगातार सरकार पर हमला बोल रहे थे. मीणा की वापसी के बाद वसुंधरा राजे को राहत की सांस मिलेगी. आपको बता दें 2018 में राजस्थान में चुनाव होने हैं.
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