तमिलनाडु में हाई प्रोफाइल आर के नगर सीट पर हुए उपचुनाव में शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरन ने जबर्दस्त जीत हासिल की है. दिनाकरन ने अम्मा की सीट पर कब्जा जमाते हुए AIADMK के अपने प्रतिद्वंदी को 41, 898 वोटों से हरा दिया. AIADMK के ई. मधुसुदानन को सिर्फ 48,306 वोट मिल पाए. वहीं तीसरे पायदान पर रहे डीएमके प्रत्याशी मरुधु गणेश. उन्हें 24,651 वोट मिले. दिनाकरन ने शुरुआत से ही अच्छी बढ़त बनाए रखी.
साल 2016 के विधानसभा चुनाव में जयललिता को 97, 218 वोट मिले थे. जहां जयललिता को 58 फीसदी वोट हासिल हुए वहीं दिनाकरन को 50.32 फीसदी वोट मिले हैं. इस चुनाव को ‘अम्मा’ की विरासत की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा था. दिनाकरन ने जोरदार जीत के साथ उस विरासत पर कुछ हद तक दावा तो ठोक ही दिया है. हालांकि, दिनाकरन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़े. उनका चुनाव चिन्ह प्रेशर कुकर था लेकिन इस चुनाव में प्रेशर कुकर जैसे कोई हालात पैदा नहीं हुए.
दिनाकरन के समर्थकों ने मनाई खुशी
दिनाकरन के समर्थकों ने पटाखे फोड़कर रुझानों में उनके आगे होने की खुशी मनाई. दिनाकरन के घर के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक जुटे हुए हैं.
सुबह 8 बजे शुरू हुई काउंटिंग को बीच में 15 मिनट के लिए रोका भी गया. चेन्नई डिस्ट्रिक्ट इलेक्टोरल ऑफिसर के मुताबिक एआईएडीएमके और दिनाकरन के समर्थकों के बीच झड़प के कारण काउंटिंग रोकी गई थी.
पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद ये सीट खाली हुई थी. 21 दिसंबर को इस सीट पर उपचुनाव हुए थे. दिनाकरन, शशिकला के करीबी हैं.
आरोप है कि दिनाकरन के समर्थको ने सहानुभूति बंटोरने के लिए जयललिता का एक वीडियो रिलीज किया था. उपचुनाव से ठीक पहले आए इस वीडियो में जयललिता हॉस्पिटल के बेड पर दिखाई दे रही हैं.
मुख्यमंत्री ई पलानीसामी और पूर्व मुख्यमंत्री पनीरसेल्वन के बीच हुए समझौते के बाद शशिकला को दरकिनार कर दिया गया था. शशिकला की वजह से ही पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. शशिकला भ्रष्टाचार के चलते फिलहाल जेल में हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)