उत्तर प्रदेश विधानसभा के भीतर विस्फोटक पाए जाने के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस मामले की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) से जांच कराई जानी चाहिए. योगी ने विधानसभा में मौजूद सदस्यों के बीच स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए साजिश को बेनकाब करने की मांग की है.
सीएम ने कहा कि बुधवार को विधानसभा के भीतर करीब 150 ग्राम विस्फोटक पाया गया. फॉरेंसिक जांच में इसकी पुष्टि हुई है कि यह बेहद खतरनाक विस्फोटक था. उन्होंने कहा भले ही विस्फोटक की मात्रा कम थी, लेकिन इसकी 500 ग्राम मात्रा पूरे सदन को उड़ाने के लिए काफी है.
सदन में बोले सीएम योगी आदित्यनाथः
- विधानसभा कर्मचारियों की पुलिस जांच हो
- किसी को खुश करने के लिए समझौता नहीं
- NIA करे विस्फोटक मामले की जांच
- सुरक्षा जांच में सदस्यों को संकोच नहीं होना चाहिए
- विधानसभा में फोन लेकर न आएं विधायक
- बैग विधानसभा से बाहर रखे जाएं
- सदन से बाहर हो बैग और मोबाइल
- सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सामने आने चाहिए
- साजिश का पर्दाफाश होना जरूरी
- बिना पास के वाहनों की एंट्री बैन होनी चाहिए
- विधानसभा में QRT टीम होनी चाहिए
- विधानसभा कर्मियों का पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी
सदन में फोन लेकर न आएं विधायक
सीएम योगी ने सदन में मौजूद सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि विधायक विधानसभा में फोन लेकर ना आएं, अगर कोई फोन लेकर आता है तो उसे साइलेंट मोड पर रखें. अगर कोई विधायक भाषण देना चाहता है तो अपने साथ नोटबुक लेकर आए.
सदन को उड़ाने के लिए काफी है 500 ग्राम PETN
योगी ने सदन में कहा, 'बुधवार को साफ-सफाई के लिए जब कर्मचारी आए, तब यह सामग्री मिली थी. यह एक खतकनाक विस्फोटक है. विस्फोटक की मात्रा करीब 150 ग्राम थी. लेकिन इस विधानसभा भवन को उड़ाने के लिए 500 ग्राम PETN पर्याप्त है.
उन्होंने कहा कि सवाल ये है कि आखिर इस विस्फोटक को सदन के भीतर कौन लोग लेकर आए? योगी ने कहा, ‘अगर हम जनप्रतिनिधियों को कोई विशेषाधिकार दिया गया है तो क्या हम किसी को भी सुरक्षा से खिलवाड़ की छूट दे देंगे. हम लोग अब तक बाहर की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे, पर आज अपनी सुरक्षा पर चर्चा कर रहे हैं.’
क्या है PETN विस्फोटक?
- PETN विस्फोटक का पूरा रासायनिक नाम पेंटाइरीथ्रीटोल टेट्रानाइट्रेट है
- यह सफेद रंग के पाउडर की शक्ल में होता है
- यह गंध विहीन होता है, स्निफर डॉग भी इसे नहीं सूंघ पाता है
- यह विस्फोटक पेंटाइरीथ्रोटल का नाइट्रेट ईस्टर है
- इसका उत्पादन साल 1912 में शुरू हुआ
- पहली बार इसका इस्तेमाल जर्मनी ने प्रथम विश्व युद्ध में किया
- आतंकी हमलों में भी इसका इस्तेमाल किया गया है
- PETN अब तक ज्ञात सबसे खतरनाक विस्फोटक सामग्रियों की सूची में शुमार है
- इसको किसी प्लास्टिसाइजर के साथ मिलाये जाने पर यह बेहद खतरनाक प्लास्टिक विस्फोटक बन जाता है
विधानसभा स्पीकर का बयान:
- हर गेट पर फुट बॉडी स्कैनर लगेगा
- विधानसभा में QRT होगी तैनात
- पुरानी गाड़ियों के पास रद्द होंगे
- NIA से जांच की सिफारिश
विपक्ष ने कहा- सुरक्षा में गंभीर चूक
मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि विधानसभा के अंदर विस्फोटक बरामद होना खतरनाक स्थिति है और इसकी गहन जांच करके तत्काल कार्वाई की जानी चाहिए. विधानसभा के अंदर अगर कोई अवांछनीय वस्तु रखी जा सकती है तो उत्तर प्रदेश कितना सुरक्षित है इसकी कल्पना करना ज्यादा मुश्किल नहीं है.
कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि यह प्रकरण विधानसभा जैसी कड़ी सुरक्षा वाले परिसर की सुरक्षा में गंभीरतम चूक है और सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.
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