बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले मंगलवार को सदन में उन्होंने सहारनपुर हिंसा का मुद्दा उठाया था. लेकिन जब उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया गया तो उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा देने की धमकी दी थी.
इस्तीफा देने के बाद मायावती ने कहा कि उन्हें सरकार बोलने नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि दलितों के हितों की उपेक्षा हो रही है और सरकार उन्हें उनके ही समुदाय की बात रखने का मौका नहीं दे रही है.
जब सत्ता पक्ष मुझे अपनी बात रखने का भी समय नहीं दे रहा है तो मेरा इस्तीफा देना ही ठीक है.मायावती, अध्यक्ष, बीएसपी
सदन में मायावती ने क्या क्या कहा?
सहारनपुर हिंसा पर बोलते हुए मायावती ने कहा था कि सहारनपुर में दलितों पर हिंसा एक साजिश के तहत हुई थी. लेकिन सदन में उपसभापति ने जैसे ही उन्हें बोलने से रोका मायावती ने उपसभापति पीजे कुरियन पर आरोप लगाया कि वो उन्हें बोलने नहीं दे रहे हैं.
मायावती ने कहा कि “मुझे इतने बड़े मुद्दे पर बोलने के लिए सिर्फ तीन मिनट का वक्त दिया जा रहा है. आखिर इतने महत्वपूर्ण मामले पर मेरी बात क्यों नहीं सुनी जा रही.”
लानत है, अगर मैं अपने कमजोर तबके की बात सदन में नहीं रख सकती तो मुझे हाउस में रहने का अधिकार नहीं है. अगर ऐसा है तो मैं अभी इससे इस्तीफा दे देती हूं.मायावती, अध्यक्ष, बीएसपी
बीजेपी का मायावती पर पलटवार
मायावती के न बोलने वाले आरोप के जवाब में बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी खड़े हो गए और मायावती पर राजनीति करने का आरोप लगाने लगे.
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मायावती सियासी फायदे के लिए उपसभापति पर हमला कर रही हैं और सीधे-सीधे धमकी दे रही हैं जो बिल्कुल सही नहीं है.
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