दिल्ली का दम घुट रहा है. आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ हो रही है. लिहाजा, लोगों को इस जहरीली हवा से बचाने के लिए दिल्ली मेट्रो आगे आई है. दिल्ली मेट्रो गुरुवार से सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा फेरे लगाएगी.
मंगलवार को प्रदूषण रोकथाम और नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) ने मेट्रो से कम व्यस्त घंटों में किराया कम करने और अतिरिक्त फेरे लगाने की बात कही थी, ताकि लोग मेट्रो से सफर कर सकें और सड़कों पर ट्रैफिक कम हो सके.
डीएमआरसी ने कहा कि मौसम के मौजूदा हालात को देखते हुए तत्काल संज्ञान लिया गया और बगैर देरी किए बुधवार दोपहर के बाद ही मेट्रो ने 80-90 अतिरिक्त फेरे लगाए.
इन लाइनों पर बढ़ाए गए फेरे
समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर तक चलने वाली यलो लाइन मेट्रो सामान्य दिनों में 679 फेरे लगाती है, लेकिन गुरुवार से यह 22 अतिरिक्त फेरे यानी 701 फेरे लगाएगी. द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा सिटी सेंटर/वैशाली तक चलने वाली ब्लू लाइन मेट्रो सामान्य दिनों में 752 फेरे लगाती है, लेकिन अब यह 20 अतिरिक्त फेरों के साथ दिनभर में कुल 772 फेरे लगाएगी.
इंद्रलोक/कीर्ति नगर से मुंडका तक चलने वाली ग्रीन लाइन मेट्रो सामान्य दिनों में 438 फेरे लगाती है, लेकिन अब यह 108 अतिरिक्त फेरों के साथ 546 फेरे लगाएगी. कश्मीरी गेट से एस्कॉर्ट मुजेसर तक चलने वाली वॉयलेट लाइन मेट्रो सामान्य दिनों में 552 फेरे लगाती है, लेकिन अब यह 36 अतिरिक्त फेरों के साथ दिनभर में कुल 588 फेरे लगाएगी.
दिलशाद गार्डन से रिठाला तक चलने वाली रेड लाइन मेट्रो और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के फेरे नहीं बढ़ाए गए हैं.
गुरुवार सुबह से ज्यादा दौड़ेगी मेट्रो
दिल्ली मेट्रो ने कहा है कि गुरुवार सुबह से ही फेरों में बढ़ोतरी करना शुरू कर देगी और दिनभर में सामान्य दिनों के मुकाबले 186 अतिरिक्त फेरे लगाएगी.
सामान्य दिनों में मेट्रो 3131 फेरे लगाती है, लेकिन मौसम को देखते हुए अब इन फेरों की संख्या गुरुवार से बढ़ाकर 3317 कर दी जाएगी. यह फेरे उन ट्रेनों से बढ़ाये जाएंगे, जिन्हें नॉन-पीक आवर्स में मेंटीनेंस के लिए डिपो में रखा जाता है.अनुज दयाल, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन कम्यूनिकेशन
उन्होंने बताया कि दिल्ली मेट्रो सुबह से लेकर शाम तक पूरे साल दौड़ती हैं. इसलिए इन्हें रेगुलर मेटीनेंस की जरूरत होती है. ऐसे में डीएमआरसी सिस्टम को इस तरह प्लान करेगी, जिससे दिल्ली-एनसीआर की पब्लिक के लिए ज्यादा से ज्यादा फेरे लगाने के लिए मेट्रो उपलब्ध कराई जा सके.
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