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नोएडा ‘लाइक’ घोटाला- मास्टरमाइंड से पूछताछ में खुलेंगे राज

ED के सामने सबसे बड़ा सवाल है कि अनुभव मित्तल ने जालसाजी से जो 37 सौ करोड़ रुपये जुटाए, उन्हें कहां ठिकाने लगाया.

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भारत
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 3700 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी के मास्टरमाइंड अनुभव मित्तल की हिरासत के लिए लखनऊ की विशेष अदालत में अर्जी दायर की है. अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होनी है. ये अदालत ईडी के मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों की सुनवाई करती है. अनुभव फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.

क्विंट हिंदी से बातचीत में ईडी के आला अफसरों ने बताया कि अनुभव मित्तल से आमने-सामने की पूछताछ में इस मामले से जुड़े कई और सनसीखेज राज सामने आएंगे.

सोशल मीडिया ठग: ‘लाइक’ के बदले पैसे, 3,700 करोड़ रु का घोटाला

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कहां गए 3700 करोड़

ईडी के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि 26 साल के अनुभव मित्तल ने जालसाजी से जो 37 सौ करोड़ रुपये जुटाए, उन्हें कहां ठिकाने लगाया. उनमें से कितने पैसे लोगों को वापिस हुए. इसके लिए ईडी अनुभव की कंपनियों की बैलेंस शीट और बैंक खातों की तफ्सीली जांच करेगी.

इससे पहले कानपुर, गाजियाबाद और नोएडा में मित्तल के पांच ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ईडी ने कई दस्तावेज बरामद किए हैं. दस्तावेजों की अब तक की जांच में अनुभव की कई और संपत्तियों का खुलासा हुआ है जिनकी कीमत करोड़ों में है.

ईडी अनुभव की उन तमाम संपत्तियों को भी सील करने की तैयारी में है. उन बैंकों से जानकारी जुटाई जा रही है जिनके जरिए अनुभव अपना ये गोरखधंधा चला रहा था. अब तक जांच एजेंसियां अनुभव की कंपनियों के दो बैंक खाते सील कर चुकी हैं जिनमें करीब 520 करोड़ रूपये जमा है.

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यूपी एसटीएफ ने कंपनी के 10 खातों की जानकारी हासिल कर ली है और अन्य की जांच जारी है. इन खातों से अब तक निकाली और जमा की गई राशि का अध्ययन किया जा रहा है.

ससुराल पर एसटीएफ का छापा

उधर इस मामले में यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की कार्रवाई भी लगातार जारी है. कानपुर के हरजिंदर इलाके में अनुभव मित्तल के सास-ससुर के मकान पर छापा मारा. मकान को सील कर दिया गया है. एसटीएफ ने अब तक की कार्रवाई से मिली जानकारी और डाटा इनकम टैक्स विभाग से भी साझा की है.

कैसे होता था गोरखधंधा

तमाम एजेंसियों को हैरानी है कि अनुभव मित्तल ने इतनी बड़ी तादाद में लोगों को आखिर फंसाया कैसे. अब तक की जांच में सामने आया है कि कई बार लोगों को क्लिक करने के लिए स्कीम के दूसरे सदस्यों के पेज का लिंक भेज दिया जाता था. ये लिंक 30 सैकेंड के लिए ही खुलता था. लिहाजा पेज की जानकारी क्लिक करने वाले को नहीं मिल पाती थी.

प्रमोशन के लिए अनुभव की कंपनी ने जो पीपीटी बनाई थीं. उनमें कई सरकारी और निजी संसथानों का जिक्र है जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

शिकायतों की बाढ़

एसटीएफ को ई-मेल के जरिये मिलने वाली शिकायतों का आंकड़ा 6 हजार की संख्या पार कर गया है. देश के कई इलाकों में एफआईआर दर्ज होने की खबरें आ रही हैं जिनकी जानकारी एसटीएफ जुटाने में लगी है.

क्या है मामला?

एक फरवरी को यूपी एसटीएफ के हाथों एबलेज इंफो सोल्यूशंस के डायरेक्टर अनुभव मित्तल समेत तीन लोगों को गिरफ्तारी से लाइक के जरिये ठगी के इस गोरखधंधे का खुलासा हुआ था. करीब साढ़े छह लाख लोगों को लगाई गई 3700 करोड़ रूपये की चपत के इस मामले ने जांच एजेंसियों के भी होश उड़ा दिए थे.

अनुभव मित्तल की ठगी का जाल देश ही नहीं विदेश में भी फैला था. मस्कट और नाइजीरिया के भी कई लोगों ने जल्दी मुनाफे के चक्कर में आकर कर कंपनी में पैसा लगाया था.

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