इंडियन रेलवे ने अपनी सबसे आधुनिक ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर आज मुंबई से लेकर गोवा के लिए रवाना किया. ये ट्रेन भारत के इतिहास में सबसे अलग है. इसमें वो सब सुविधाएं देने के कोशिश की गई है जो एक हवाई जहाज में दी जाती हैं. तेजस एक्सप्रेस इंडिया की बाकी ट्रेनों में किस मायने में अलग है आइए आपको बताते हैं.
तेजस के खास डिब्बों की बनावट की वजह से इसकी अधिकतम स्पीड 200 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन भारत में अभी ऐसे ट्रेक नहीं है जिससे ये ट्रेन इस स्पीड से दौड़ सके. इसलिए फिलहाल ट्रेन की स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई है. इसके डिब्बे कपूरथला में बने हैं और तेजस में 19 डिब्बे लगाए हैं.
मेट्रो की तर्ज पर पहली बार किसी भारतीय रेल में स्लाइडिंग दरवाजे लगाए गए हैं. इसे सुरक्षा के लिहाज से काफी बेहतर बताया जा रहा है क्योंकि इसमें स्टेशन आने पर दरवाजे खुलेंगे और और एक बार गाड़ी चल पड़ने पर भी इसके दरवाजे बंद हो जाएंगे जिससे कोई भागकर नहीं पकड़ सकेगा.
ट्रेन में हर सीट के लिए अलग एलईडी स्क्रीन लगी है. इसमें आपको मनोरंजन के साथ यात्रियों से संबंधित सूचनाएं भी मिलेंगी. इसके अलावा आप इन स्क्रीन्स पर एंग्री बर्ड जैसे गेम्स भी खेल सकते हैं.
इसके अलावा ट्रेन में WiFi और चाय कॉफी के लिए वेंडिंग मशीन की सुविधा दी गई है.
तेजस में ज्यादा सुविधा दी गई है, इसलिए किराया भी शताब्दी से 20 फीसदी ज्यादा रखा गया है.
तेजस एक्सप्रेस में एग्जिक्यूटिव क्लास में एकसाथ 56 लोगों के बैठने के सुविधा है, वहीं एसी चेयरकार में 78 लोग एक साथ बैठ सकते हैं. ट्रैन की शुरुआत मुंबई-गोवा रूट से शुरू हुई है और बताया जा रहा है इसके अब दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर शुरू किया जाएगा. मुंबई से गोवा जाते वक्त ट्रेन कोंकण बेल्ट के हरियाली वाले इलाके से गुजरेगी, जहां आप बेहद खूबसूरत नजारे का मजा ले सकते हैं.
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