- CBI ने एनडीटीवी के को-फाउंडर प्रणय रॉय, राधिका रॉय के अलावा अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया
- CBI ने दिल्ली और देहरादून समेत रॉय के चार ठिकानों पर छापा मारा
- रॉय पर फंड डायवर्जन, बैंकों के 48 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का आरोप है
- NDTV ने कहा- कई एजेंसियों द्वारा की जा रही प्रतिशोध की कार्रवाई के खिलाफ लड़ते रहेंगे
CBI ने एक निजी बैंक को नुकसान पहुंचाने के आरोपों के चलते सोमवार को NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय के दिल्ली और देहरादून स्थित आवास पर छापा मारा. NDTV ने इस CBI की इस कार्रवाई को पुराने आरोपों को लेकर परेशान करने वाली कार्रवाई करार दिया है.
CBI के सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने ICICI बैंक को कथित तौर पर 48 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने के मामले में प्रणय रॉय, उनकी पत्नी राधिका और RRPR होल्डिंग्स के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि एजेंसी दिल्ली और देहरादून में चार स्थानों पर तलाशी ले रही है.
हमारे प्रमोटर्स को झूठे केस में फंसाया जा रहा हैः NDTV
सीबीआई की इस कार्रवाई पर एनडीटीवी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि प्रणय रॉय को झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है.
आज (सोमवार) सुबह CBI ने पुराने अंतहीन झूठे आरोपों के आधार पर NDTV और इसके प्रमोटरों के संगठित उत्पीड़न को और अधिक बढ़ा दिया. NDTV और इसके प्रमोटर विभिन्न एजेंसियों की ओर से की जा रही इस बदले की कार्रवाई के खिलाफ लगातार लड़ते रहेंगे. हम भारत में लोकतंत्र और बोलने की स्वतंत्रता को बुरी तरह से कमजोर कर देने के इन प्रयासों के आगे घुटने नहीं टेकेंगे. भारत के संस्थानों और भारत जिन चीजों के लिए खड़ा है, उन्हें बर्बाद करने की कोशिश करने वालों के लिए हम एक संदेश देना चाहते हैं- हम अपने देश के लिए लड़ेंगे और इन ताकतों पर जीत हासिल करेंगे.NDTV
सरकार का जवाब: राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं
सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय की संपत्तियों पर सीबीआई के छापे कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है और कानून अपना काम कर रहा है.
नायडू ने कहा ‘‘अगर कोई कुछ गलत करता है तो केवल इसलिए आप सरकार से चुप रहने की अपेक्षा नहीं कर सकते कि वह मीडिया से संबंधित है.’’
उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और इसमें कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि देश में मीडिया स्वतंत्र और आजाद है.
सीबीआई ने भी दिया जवाब
सीबीआई पर इस केस में आरोप लगा कि वो सरकार के इशारे पर बदला लेने की धारणा के साथ कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन सीबीआई ने इन सभी आरोपों को गलत बताया. उनके मुताबिक पूरी कार्रवाई कानून की हद में की गई है.
सीबीआई NDTV द्वारा लगाए गए ‘विच-हंट’ के आरोपों को सिरे से खारिज करता है. पूरी कार्रवाई कानून के हिसाब से हो रही है.सीबीआई के प्रवक्ता
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