पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मां को वीजा देने के भारत के आग्रह पर विचार कर रहा है. जाधव को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने कथित जासूसी के मामले में मौत की सजा सुनाई है. भारत ने पाकिस्तान से आग्रह किया था कि जाधव की मां अवंतिका जाधव को उनके बेटे से मुलाकात करने की इजाजत दी जाए.
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने कहा,
पाकिस्तान कुलभूषण जाधव की मां को वीजा जारी करने के भारत के आग्रह पर विचार कर रहा है.
जकरिया का बयान उस वक्त आया है जब दो दिन पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज को 'निजी पत्र ' लिखकर कहा है कि अवंतिका के वीजा आदेवन को स्वीकार किया जाए ताकि वह पाकिस्तान जा सकें. उन्होंने कहा कि अजीज ने उनके पत्र का जवाब नहीं दिया.
जकरिया ने कहा कि वीजा देने के लिए अजीज से सिफारिश के लिए कहना 'राजनयिक नियमों ' के विरुद्ध है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत पाकिस्तानी नागरिकों को मेडिकल वीजा को स्वीकृति देने के लिए 'शर्ते ' थोप रहा है.
पाकिस्तान जाधव तक राजनयिक पहुंच के भारत के आग्रह को 15 से अधिक बार ठुकरा चुका है. भारत ने मई महीने में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का भी रुख कर जाधव की फांसी की तामील पर अंतरिम रोक की मांग की थी जिसे 18 मई को स्वीकार कर लिया गया था.
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जाधव की मां पाकिस्तान से वीजा देने की कोई खबर नहीं
एक तरफ पाकिस्तानी मीडिया से ऐसी खबरें आ रही हैं कि इस्लामाबाद जाधव की मां को उनसे मिलने की अनुमति पर विचार कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ भारत का कहना है कि कुलभूषण जाधव को उच्चायोग पहुंच या उनकी मां को पाकिस्तानी वीजा मामले में प्रगति की जानकरी नहीं है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि मामला अब अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत के सामने मौजूद है और भारत अपनी दलीलें देने के लिए 13 सितंबर की समयावधि का पालन कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव तक राजनयिक पहुंच देने और उनकी मां के वीजा अनुरोध पर पाकिस्तान के रुख में कोई बदलाव नहीं है.
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(इनपुट भाषा से)
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