अब देश की राजधानी समेत उत्तर और पूर्वी भारत के कई शहरों में मैक्डोनाल्ड्स बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, चिकन नगेट्स नहीं मिल सकेंगे. मैकडोनाल्ड्स ने कुल 169 आउटलेट्स को बंद करने का फैसला किया है. मैकडोनाल्ड्स ने ये कदम भारत में अपनी सहायक कंपनी कनॉट प्लाजा रेस्टॉरेंट लिमिटेड (सीपीआरएल) के साथ करार खत्म करने के बाद उठाया है.
अभी हाल ही में मैकडोनाल्ड्स ने दिल्ली में अपने 43 आउटलेट्स बंद कर लिए थे. क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने मैकडोनाल्ड्स के नाम से चल रही इन दुकानों का लाइसेंस रिन्यू करने से मना कर दिया था.
विवाद में फंसा मैकडोनाल्ड्स इंडिया
विक्रम बख्शी की अगुवाई वाली सीपीआरएल और मैकडोनाल्ड्स इंडिया के बीच 2013 से विवाद चल रहा था. 2013 में मैकडोनाल्ड ने विक्रम बख्शी को सीपीआरएल के एमडी पद से हटा दिया था, जिसके खिलाफ बख्शी ने कंपनी लॉ बोर्ड में याचिका दायर की थी. इसके बाद बख्शी,मामले को दिल्ली हाईकोर्ट लेकर चले गए थे. सीपीआरएल में विक्रम बख्शी और मैकडोनाल्ड्स के बीच 50-50 की पार्टनरशिप थी.
फ्रैंचाइजी समझौता खत्म किए जाने के बाद अब सीपीआरएल को मैक्डोनाल्ड्स के नाम, उसकेबिजनेस आइकॉन, डिजाइन और उससे जुड़ी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं रहेगा. ये शर्तें करार खत्म किए जाने के नोटिस के 15 दिन के अंदर लागू हो जाएंगी.
मैकडोनाल्ड्स इंडिया ने सोमवार को कहा कि-
सीपीआरएल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को समझौता खत्म करने का नोटिस भेज दिया गया है. इनमें मैक्डोनाल्ड्स के वो सभी आउटलेट भी शामिल हैं जो लाइसेंस रिन्यूअल न होने के कारण कुछ समय से बंद हैं.
मैकडोनाल्ड्स ने कहा है कि सीपीआरएल ने उसके साथ उसके नाम पर रेस्टोरेंट या आउटलेट चलाने के लिए हुए कॉन्ट्रैक्ट का गंभीर उल्लंघन किया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)