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अखाड़ा परिषद ने जारी की फर्जी बाबाओं की लिस्ट, ये 14 नाम शामिल

14 ‘बाबाओं’ पर गिरी गाज, अखाड़ा परिषद् ने बताया फर्जी

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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् ने फर्जी बाबाओं की सूची जारी कर दी है. इलाहाबाद में हुई बैठक के बाद ये फैसला किया गया कि धर्म के नाम पर लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने वालों के नाम सार्वजनिक किए जाएं. जिसके बाद 14 ऐसे बाबाओं की लिस्ट बाहर आई जिन्हें अखाड़ा परिषद् ने फर्जी धर्मगुरू बताया है.

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अखाड़ा परिषद् की सूची में शामिल 14 फर्जी बाबा

  1. आसाराम बापू उर्फ आशुमल शिरमलानी
  2. सुखबिंदर कौर उर्फ राधे मां
  3. सच्चिदानंद गिरि उर्फ सचिन दत्ता
  4. गुरमीत राम रहीम सिंह
  5. ओमबाबा उर्फ विवेकानंद झा
  6. निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह
  7. इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी
  8. स्वामी असीमानंद
  9. ओम नमः शिवाय बाबा
  10. नारायण साईं
  11. रामपाल
  12. आचार्य कुशमुनि
  13. वृहस्पति गिरी
  14. मलखान सिंह

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् में देश के सभी 14 अखाड़े शामिल हैं, जिसमें लाखों की संख्या में साधु-संत हैं. बताया जा रहा है कि ये तो सिर्फ पहली सूची है. अभी कई और लिस्ट जारी होंगी जिनमें ऐसे तमाम फर्जी बाबाओं के बारे में लोगों को बताया जाएगा जो धर्म के नाम लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं.

संत की उपाधि पर फैसला

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् ने संत की उपाधि देने के लिए एक प्रक्रिया के पालन का फैसला किया है ताकि गुरमीत राम रहीम जैसे लोगों को इसका गलत इस्तेमाल करने से रोका जा सके.

डेरा सच्चा सौदा के राम रहीम सिंह को लेकर हुई हालिया घटनाओं के बाद अखाड़ा परिषद् इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हुई है.

संत की उपाधि का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है इसलिए परिषद् ने ये उपाधि देने के लिए एक प्रक्रिया तय करने का फैसला किया है. अब से किसी व्यक्ति की पड़ताल करने और उसका आंकलन करने के बाद ही ये उपाधि प्रदान की जाएगी.
सुरेंद्र जैन, संयुक्त महासचिव, विश्व हिंदू परिषद्
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संत की उपाधि देने से पहले अखाडा परिषद् ये भी देखेगी कि व्यक्ति की जीवनशैली किस तरह की है. अखाड़ा परिषद् के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि संत के पास नकदी या उसके नाम पर कोई संपत्ति नहीं होनी चाहिए.

(इनपुट- भाषा)

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