दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट की ओर से पटाखों की बिक्री पर बैन लगाने का कोई असर नहीं दिखा. दिवाली की रात दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नजरअंदाज करते हुए जमकर आतिशबाजी की गई, जिससे धुंध छा गई. शाम करीब सात बजे के बाद PM 2.5 और PM 10 की मात्रा हवा में तेजी से बढ़ गई.
दिवाली की रात कई जगहों पर प्रदूषण का स्तर सामान्य से 12 गुना तक ज्यादा हो गया . दिल्ली के श्रीनिवासपुरी, वजीरपुर, करणी सिंह स्टेडियम, ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, ITI जहांगीरपुरी, आनंद विहार बस अड्डा, मंदिर मार्ग, पंजाबी बाग और आरके पुरम में प्रदूषण काफी बढ़ गया.
दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी के आंकड़ों के मुताबिक वजीरपुर की हवा दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषित है. वहीं दूसरे नंबर पर आनंद विहार का बस अड्डा आता है. दिल्ली की पॉश इलाकों की हालत भी ठीक नहीं है. दिल्ली के पॉश इलाकों में प्रदूषण का स्तर सामान्य से लगभग सात गुना तक ज्यादा है.
दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी ने आरके पुरम में PM2.5 और PM10 की मात्रा को 878 और 1,179 रिकॉर्ड किया. ये डाटा रात करीब 11 बजे का है. 24 घंटे के लिए PM 2.5 और PM10 की जो सेफ लिमिट रखी गई थी तो वो 60 और 100 थी लेकिन दिल्ली वालों ने इस लिमिट को 10 गुणा तक बढ़ा दिया.
हालांकि त्योहार की शुरुआत में यानी करीब 6 बजे के आसपास प्रदूषण पूरे कंट्रोल में था लेकिन जैसे जैसे रात बढ़ी प्रदूषण भी बहुत तेजी से बढ़ा.
NCR में भी खूब जले पटाखे
हालात सिर्फ दिल्ली की ही खराब नहीं है. दिल्ली के पास वाले इलाके जैसे गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद में भी प्रदूषण का स्तर खूब बढ़ा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले और अपील की धज्जियां उड़ाते हुए लोगों ने खूब पटाखे जलाए.
SAFAR (सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वैदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) के मुताबिक 24 घंटे में PM2.5 और PM10 को औसतन 154 और 256 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रिकॉर्ड किया गया. ये रात 11 बजे के आंकड़े हैं. SAFAR ने लोगों के अपील की है कि वो अगले कुछ दिन प्रदूषण मास्क पहन कर निकलें.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)