आईपीएल (IPL) का 13वां सीजन शनिवार से शुरू हो रहा है और इसी के साथ सट्टेबाजी का बाजार भी शुरू होने की पूरी संभावना है. सट्टेबाजों की मानी जाए तो मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) उनकी पहली पसंद है और उस पर 4.90 रुपये का भाव है जबकि मुंबई के बाद सनराइजर्स हैदराबाद है जिस पर 5.60 रुपये का भाव है.
UAE में होने वाले आईपीएल के शुरू होने से पहले ही गुरुग्राम पुलिस ने अपनी इंटेलिजेंट विंग, क्राइम ब्रांच यूनिट और सभी जिलों के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) को सट्टेबाजों पर नजर रखने के लिए कह दिया है और अपराधियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने को कह दिया है.
वहीं दूसरी तरफ सट्टेबाजों ने पुलिस की नजर से दूर रहते हुए काम शुरू कर दिया है. मुंबई इंडियंस के पिछले प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने रोहित शर्मा को अपना पसंदीदा खिलाड़ी चुना है.
नाम न छापने की शर्त पर एक सट्टेबाज ने बताया, "आईपीएल में मुंबई इंडियंस की मौजूदा कीमत 4.90 रुपये है. उनके बाद सनराइजर्स हैदराबाद है, जिसकी कीमत 5.60 रुपये है. इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स पांच रुपये, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर 6.20 रुपये, दिल्ली कैपिटल्स 6.40 रुपये, कोलकाता नाइट राइडर्स 7.80 रुपये, किंग्स इलेवन पंजाब 9.50 रुपये और राजस्थान रॉयल्स 10 रुपये के हिसाब से हैं."
उन्होंने कहा, “जिस टीम की कीमत सबसे कम होती है उसे काफी मजबूत माना जाता है. अगर कोई मुंबई इंडियंस पर 1000 रुपये लगाता है कि मुंबई जीतेगी और मुंबई जीत जाती है तो उसे 4,900 रुपये मिलेंगे. मैच रेट ऊपर-नीचे हो सकते हैं.”
सट्टेबाज ने उनके लिए आईपीएल के महत्व को समझाते हुए कहा, "आईपीएल हमारे लिए और हमारे क्लाइंट के लिए बड़ा टूर्नामेंट है और इसका रद्द होना बड़ा झटका लगता है. कई लोग इन मैचों के लिए पैसा इकट्ठा करते हैं ताकि वो उधार चुका सकें और यह पैसा व्यवसाय में लगा सकें."
सूत्रों की मानें तो कई सट्टेबाजों जिनमें आगरा के श्याम वोहरा और उनके पिता वत्सल वोहरा का नाम शामिल हैं, ने गुरुग्राम में शरण ले ली है, क्योंकि दिल्ली और नोएडा में पुलिस की ज्यादा सख्ती है.
इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (आईबी) के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "सट्टेबाज श्याम वोहरा का नेटवर्क उत्तर प्रदेश और राजस्थान में है. यह बाप-बेटों का जोड़ा अपना सट्टेबाजी का कारोबार चलाने के लिए शहर में छिपा हुआ है. इसके अलावा कई राज्यों के सट्टेबाज शहर के बाहरी इलाकों में छिपे होंगे."
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया पुलिस अपने सूत्रों के नेटवर्क से सट्टेबाजों की जानकारियां इकट्ठा करती है, क्योंकि सट्टेबाजों की हरकतों पर नजर बनाए रखना काफी मुश्किल होता है.
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