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धोनी फिर खेलेंगे सुनकर फैंस का चेहरा खिल गया था, उन्हें खेलते देख दिल बैठ गया

IPL 2021 में माही के बैटिंग औसत गिरकर सिर्फ 107 को रह गया है.

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महेंद्र सिंह धोनी फिनिशेस ऑफ इन स्टाइल, (MS Dhoni) माही मार रहा है, कैप्टन कूल, एमएसडी, हेलीकॉप्टर मैन, चमत्कारी कप्तान, थाला धोनी.

हमने धोनी के चाहने वालों को न जाने कितनी बार ऐसे स्लोगंस लगाते मैदान पर, टेलीविजन सेट पर, डिज्नी हॉटस्टार या सड़कों की दीवार पर देखा है.

माही के एक फैंन को क्या चाहिए , एक दनदनाता हेलीकॉप्टर शॉट, विकेट के पीछे से आंख बंद करके भी स्टंप्स पर सटीक निशाना, उनके अजीबोगरीब फैसले जो मैच का रुख मोड़ दे. लेकिन इन दिनों धोनी जो कर रहे हैं, उससे उनके फैन्स का दिल टूट रहा है.

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ये पहले वाले धोनी नहीं हैं

अब जो धोनी मैदान पर दिखते हैं उसमे न तो 2007 - टी 20 वर्ल्ड कप वाले धोनी हैं न ही 2011 वर्ल्ड कप में आखिरी बॉल पर छक्का मारकर फिनिश करने वाले धोनी की कोई झलक दिखती है.

अब जो धोनी दिखते हैं उनका हर हेलीकॉप्टर शॉट लॉन्च होने से पहले क्रैश हो जाता है. माही के बालों की लंबाई और छक्कों की ऊंचाई दोनों घट चुकी है. घट क्या चुकी है ये कहें कि छक्कों का अकाल पड़ चुका है.

लोमड़ी से तेज दिमाग और चीते की रफ्तार से खेलने वाले धोनी अब कछुए की चाल से रन बना रहे हैं. ये सब माही के डाई हार्ड फैंस के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है.

फैंस के लिए सिर्फ आईपीएल ही एक जरिया

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके महेंद्र सिंह धोनी अब सिर्फ आईपीएल में खेलते हैं. ऐसे में उनके फैंस के लिए सिर्फ आईपीएल ही एक ऐसा जरिया है जिसमें वो अपने स्टार को हर बार चमकता हुआ देखना चाहते हैं. लेकिन खासकर इस सीजन में ये तमन्ना अब तक अधूरी ही रही है.

अप्रैल 2019 के बाद से माही के बल्ले से आईपीएल में एक भी पचासा नहीं निकला. पिछले साल धोनी का बैटिंग एवरेज सिर्फ 25 का था इस साल और घटकर सिर्फ 10 का रह गया है. स्ट्राइक रेट भी पिछले साल सिर्फ 116 का था इस साल और लुढ़कर 107 हो गया है.

धोनी की पापुलैरिटी पर तो अब कोई सवाल नहीं है लेकिन 40 साल के हो चुके धोनी के टीम में होने पर सवाल जरूर है. माही को अपने सर आंखों पर बिठाने वाले फैंस ने ही अब सवाल करना शुरू कर दिया है कि माही टीम में कर क्या रहे हैं? न तो बल्ले में धार बची है न ही विकेट के पीछे रफ्तार.

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लोग पूछ रहे हैं कि क्या धोनी टीम में बल्लेबाजी के लिए नहीं बल्कि खाली कप्तानी के लिए हैं?

अब दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच को ही ले लीजिए, माही के बल्ले से 27 गेंदों में सिर्फ 18 रन निकले, इसमें भी कोई चौका या चक्का नहीं, इसके बाद आवेश खान की गेंद पर आउट हो गए.... अब कौन से T20 बल्लेबाज से आप ऐसी उम्मीद रखते हैं, वो भी तब जब सामने महेंद्र सिंह धोनी हों, साफ है कि एक फैन जो सिर्फ धोनी के लिए मैदान पर आता है वो मायूस तो जरूर होगा.

लेकिन यह माही का जादू है कि मायूस होने के बाद भी उनके चाहने वालों का भरोसा महेंद्र सिंह धोनी पर एक चुटकी कम नहीं होता. कप्तान साहब के बल्ले से एक छक्का निकला नहीं कि उनके दो-तीन सीजन और खेलने की भविष्यवाणी हो जाती है.

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अब फिर एक पुराने स्लोगन पर लौट आते हैं "जब तक धोनी मैदान पर हैं तब तक कुछ भी हो सकता है" और फैंस को भी यही उम्मीद है कि जब तक माही मैदान पर हैं तब तक कोई भी करिश्मा दिखा सकते हैं. ऐसे हम धोनी और उनके फैन्स के लिए हम तो यही कहेंगे...आप लौट आइए...

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