अक्सर आप सोशल मीडिया पर कई ऐसे प्रोफाइल देखते होंगे जो धर्म के नाम पर नफरत फैलाते हैं. किसी एक धर्म के लोगों को गाली देते हैं, गलत जानकारी फैलाते हैं और दंगे भड़काने के लिए आतुर रहते हैं. सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट्स की फेक जानकारी का इतना बोलबाला है कि आम लोग वैरिफाई तक नहीं करते कि जिस अकाउंट ये कोई नफरत फैलाने वाली गलत बात लिखी गई है वो असली है भी या नहीं. ऐसे में एक बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है जिसमें एक मुस्लिम नाम वाले ट्विटर अकाउंट से लगातार ‘एंटी-हिंदू’ ट्वीट किए जा रहे थे. हिंदू समुदाय को लेकर ये ट्विटर हैंडल लगातार भद्दी गालियां दे रहा था.
मोहम्मद जीशान नाम के इस ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि, “मैं इंतजार कर रहा हूं जब मोदी 2019 के चुनाव हारे. .यकीन करना हम मुसलमान हिंदुओं की जिंदगी बर्बाद कर देंगे. हम मुस्लिम हिंदुओं को अपना नौकर बना लेंगे. मेरा यकीन करो, मोदी हारा तो मुसलमान भारत पर राज करेंगे”
अब इस तरह के मैसेज आपको व्हॉट्सएप और सोशल मीडिया पर खूब दिखाई देते होंगे. लेकिन इस मामले में पेंच ये है कि जिस ट्विटर हैंडल से ये ट्वीट किया गया वो अपने आप को धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल में टीचर बता रहा है.
इस ट्वीट पर शैफाली वैद्य जिन्हें पीएम मोदी खुद फॉलो करते हैं, उनकी नजर गई. हिंदू-विरोधी इस ट्वीट को देखते ही उन्होंने इसे रिट्वीट किया और मुंबई पुलिस से शिकायत करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की. शैफाली के इस ट्वीट को करीब 1200 लोगों ने रिट्वीट किया. देखते ही देखते हिंदू-विंग इस तरह के मैसेज को देखकर एक्टिव हुआ और लगातार ये ट्वीट हिंदू फेसबुक पेज, ट्विटर अकाउंट्स, ग्रुप्स और व्हॉट्सएप पर तैरने लगा.
मधु पूर्णिमा कीश्वर जिन्होंने पहले भी नफरत फैलाने वाले फेक ट्वीट्स को आंख बंद करके आगे बढ़ा दिया था, इस बार भी वही गलती कर बैठीं. उन्होंने इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, “ अगर मोदी 2019 चुनाव हारते हैं तो दंगे करवाने की ये खुली चुनौती है. ऐसा पहली बार नहीं है जब मैं इस तरह की भाषा सुन रही हूं. दिल्ली पुलिस और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ध्यान दें”
मामला बढ़ता देख धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल के डिप्टी हेट अभिमन्यु बासु ने ट्विटर पर साफ किया कि उनके स्कूल में कोई भी मोहम्मद जीशान नाम का व्यक्ति काम नहीं करता. इसके थोड़ी ही देर बाद जम्मू और कश्मीर के पत्रकार रिफत अब्दुल्लाह ने ट्वीट कर ये शिकायत की कि इस ट्विटर अकाउंट पर जो फोटो लगी है वो उनकी है और इसे जल्द से जल्द ब्लॉक किया जाए.
सौ बातों की एक बात ये कि ये ट्विटर अकाउंट पूरी तरह से फेक था जो लगातार हिंदू वर्ग के लोगों के भड़काने के लिए इस तरह के ट्वीट कर रहा था.
मोदी विरोधी नहीं मोदी-प्रेमी है ये ट्विटर अकाउंट!
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये कि इस ट्विटर अकाउंट से पहले मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के समर्थन वाले ट्वीट्स रिट्वीट किए गए थे.
तो ऐसे में सवाल उठता है कि जो ट्विटर अकाउंट पहले पीएम मोदी की तारीफ में लगा था, अब अचानक से हिंदू-विरोधी और पीएम के खिलाफ कैसे लिखने लगा. सोचने वाली बात है. सिर्फ इतना ही नहीं जब ये ट्विटर अकाउंट खुला था तो उसने अपने तीन शुरुआती ट्वीट में ठीक वैसे ही जहर उगला था जैसा आपको अभी दिख रहा है.
साफ है कि इस तरह के फेक ट्विटर अकाउंट्स से सोशल मीडिया भरा पड़ा है. धर्म के नाम पर इस तरह के ट्वीट्स होते हैं जो किसी विशेष पार्टी या समुदाय को चुनावों में मदद करते हैं. कई बड़े नेता और पत्रकार भी इन फेक ट्वीट के चंगुल में फंस जाते हैं तो आम लोग तो कैसे ही बचेंगे.
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