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नागेश्वर राव का स्वामी अग्निवेश के निधन पर भद्दा ट्वीट, डिलीट किया

जमकर आलोचना होने लगी तो पूर्व पुलिस अफसर ने अपना ट्वीट हटा लिया

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आर्य समाज के नेता और समाजसेवी स्वामी अग्निवेश का 11 सितंबर की शाम को निधन हो गया. इस पर देश के एक्टिविस्ट, पत्रकारों नेताओं ने दुख जताया और स्वामी अग्निवेश के योगदान को याद किया. लेकिन रिटायर्ड IPS अफसर CBI के पूर्व डायरेक्टर नागेश्वर राव ने स्वामी के निधन पर बहुत ही भद्दा ट्वीट किया, जिसकी जमकर आलोचना हो रही है. जब इस ट्वीट की जमकर आलोचना होने लगी तो पूर्व पुलिस अफसर ने अपना ट्वीट हटा लिया.

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नागेश्वर राव ने ट्विटर पर लिखा- "स्वामी अग्निवेश से छुटकारा मिला. आप हिंदू विरोधी थे जो भगवा कपड़े पहनते थे. आपने हिंदुत्व का बहुत नुकसान किया है. मैं शर्मिंदा हूं कि आप तेलगू ब्राह्मण पैदा हुए थे. गोमुख व्याग्रं. मुझे यमराज से शिकायत है कि उन्होंने इतने दिन तक क्यों इंतजार किया."

इस पर जवाब देते हुए प्रशांत भूषण ने लिखा- इतने भद्दे आदमी को CBI चीफ बनाया गया. उसी बीच पसंदीदा अफसर राकेश अस्थाना को भी CBI डायरेक्टर बनाया गया. अब बतौर NCB चीफ वो रिया के साथ व्यस्त हैं. वो फिर से उन्हें CBI डायरेक्टर बनाना चाहते हैं.

पवन खेड़ा ने लिखा - RSS आर्य समाज को निगल न ले, इसके लिए स्वामी अग्निवेश चट्टान की तरह खड़े रहे. बतौर हिंदू मुझे अपने धर्म पर गर्व है कि उसने चार्वाक समर्थकों को भी जगह दी. हिंदुत्व इतना बड़ा, गहरा और मजबूत है कि इस तरह के नफरती ट्वीट का जवाब देना भी उचित नहीं लगता.

इतिहासकार इरफान हबीब ने नागेश्वर राव के ट्वीट पर लिखा कि-

तुम कलंक हो. सोच सकता हूं कि बतौर पुलिस अफसर तुमने क्या किया होगा. मृत व्यक्ति को गाली देना हिंदुत्व हो सकता है लेकिन साफ है ये हिंदूवाद नहीं है. अपना इलाज कराओ.
इरफान हबीब, इतिहासकार
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पुलिस अधिकारियों के संगठन इंडियन पुलिस फाउंडेशन ने ट्वीट करते हुए नागेश्वर राव के ट्वीट की जमकर आलोचना की. 'इंडियन पुलिस फाउंडेशन ने लिखा कि रिटायर्ड अफसर ने इस तरह की नफरती बात रखकर पुलिस की वर्दी को बदनाम किया है. साथ ही सरकार को भी शर्मसार किया है. वो पूरे देश की पुलिस फोर्स का मान घटा रहे हैं और पर युवा अफसरों का हौसला.'
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मानवाधिकार कार्यकर्ता हर्ष मंदर ने लिखा-

सेवा में रह चुके पुलिस अफसर की ये बात पढ़कर मुझे बहुत दुख हुआ. स्वामी अग्निवेश के निधन पर इस तरह की अमर्यादा और सांप्रदायिक नफरत. उनको लगता है कि वो इतने खुले रूप में अपनी कट्टरता दिखा सकते हैं, इससे पता चलता है कि देश का नेतृत्व कौन कर रहा है.
हर्ष मंदर, मानवाधिकार कार्यकर्ता

पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने लिखा कि ये देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व CBI चीफ के मृत व्यक्ति पर दिए इस बयान पर सरकार का क्या कहना है. ये बहुत ज्यादा डरावना है.

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एक्टिविस्ट राहुल ईश्वर ने लिखा कि भगवान इस नफरत से हमारी रक्षा कीजिए.

'भगवान हमारे विश्वास और राष्ट्र की रक्षा करें. इस घृणारूपी वायरस से हिंदू और हिंदुस्तान की रक्षा कीजिए. '
राहुल ईश्वर, एक्टिविस्ट

इतने विरोध के बाद नागेश्वर राव ने ट्वीट तो हटा लिया लेकिन क्या ये डरावनी सोच डिलीट हुई, अंदाजा ही लगाया जा सकता है.

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