प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अक्षय कुमार के साथ अपने 'अनौपचारिक' और 'गैर-राजनीतिक' इंटरव्यू के दौरान अपनी जिंदगी के कई पहलुओं के बारे में बात की थी. एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने दावा किया था कि वे गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले तक 'अपने कपड़े खुद धोते थे'.
हालांकि इस इंटरव्यू के आने के एक दिन बाद, चांद मोहम्मद धोबी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं.
एक पुरानी मीडिया रिपोर्ट को शेयर किया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि 1970 के दशक में ये धोबी पीएम मोदी के कपड़े धोया करते थे. सोशल मीडिया में बातें चल रही हैं कि प्रधानमंत्री का दावा तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है.
2017 में, द इंडियन एक्सप्रेस ने उस धोबी के निधन की खबर दी थी, जो 1970 के दशक में मोदी के कपड़े धोने का काम करते थे. उन दिनों मोदी गोधरा में आरएसएस प्रचारक के तौर पर रहा करते थे.
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने मोदी के दावे को गलत साबित करने के लिए इस आर्टिकल को ढूंढ निकाला.
कांग्रेस की राज्य इकाइयों में से एक के ट्विटर हैंडल ने भी इस खबर का लिंक शेयर करते हुए मोदी पर हमला बोला
हालांकि, मोदी के दावे का बचाव करने वाले कई लोग भी अपनी दलीलें दे रहे हैं.
कुछ लोगों का कहना है कि धोबी मोदी की 'चादरें या पर्दे’ धोते होंगे, कपड़े नहीं
कुछ लोगों ने कहा कि धोबी मोदी के कपड़े धोते नहीं, बल्कि प्रेस किया करते होंगे.
कुछ लोग 'मोदी-विरोधी गैंग’ पर अपने तरीके से तोहमत लगा रहे हैं.
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