प्रणव मुखर्जी नागपुर में जब बोलेंगे तब बोलेंगे लेकिन उनके नाम से दनादन फर्जी बयानों की बारिश हफ्तों पहले ही शुरू हो चुकी है. बुधवार को ही दादा की बेटी शर्मिष्ठा ने ट्वीट करके अपने पिता को चेतावनी दी थी कि भाषण लोग भूल जाएंगे लेकिन आरएसएस मुख्यालय में उनकी तस्वीर सबको याद रहेंगी.
ऑल्ट न्यूज ने ऐसे तीन बयानों की सच्चाई पता करने की कोशिश की, जो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए जा रहे हैं. जो सरसरी तौर पर झूठे हैं. प्रणब मुखर्जी के नाम से कुछ ऐसी बातें फैल रही हैं, जो उन्होंने कभी नहीं कही.
बेटी को है और पिता के नाम पर फर्जी बयानों की अाशंका
RSS के कार्यक्रम में जाने पर प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी भी चेता चुकी हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अब तक आप समझ गए होंगे की आपके बयानों को कैसे तोड़ा-मरोड़ा जाएगा
इन फर्जी बयानों को कई फेसबुक पेज और ट्विटर अकाउंट्स पर डाला गया है और कई लोग इन्हें शेयर भी कर चुके हैं. इनमें से कई बातें प्रणब मुखर्जी की किताब ‘द कोलिशन इयर्स’’ में लिखे होने का दावा किया जा रहा है. लेकिन इनका असल में दूर-दूर तक कोई जिक्र नहीं.
“मैं मनमोहन सिंह की तरह गुलाम नहीं हूं”
“मैं मनमोहन की तरह गुलाम नहीं हूं मुझे जो ठीक लग रहा है मैं वह कर रहा हूं आज भारत को RSS जैसे संगठन की आवश्यकता है “
ये प्रणब मुखर्जी के शब्द बताकर शेयर किया जा रहा है. अगर सोशल मीडिया पर फैल रही इस फोटो को देखें तो इसमें एक तरफ प्रणब मुखर्जी की तस्वीर है और दूसरी तरफ ये बयान लिखा हुआ है. ये बयान पहली नजर में ही झूठ लगता है.
अगर आप इस तस्वीर के दाईं तरफ देखें तो आपको पोस्टर मेकर का लोगो दिखेगा जो एक मोबाइल फोटो एडिटिंग एप है. जाहिर है इसे किसी ने अपने फोन पर एडिट कर बनाया है. लेकिन इस फोटो को कई बार फेसबुक और व्हाट्सएप पर शेयर किया जा चुका है. इनमें एक फेसबुक पेज India Against Congress भी शामिल है जहां इसे 2 हजार से ज्यादा शेयर किया गया.
एक और फर्जी बयान “सोनिया गांधी को हिंदुओं से नफरत है”
सोशल मीडिया में उनका एक और फर्जी बयान फैलाया रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हिंदुओं से नफरत करती हैं.
ये बयान कुछ वेबसाइट्स में भी देखने को मिला. चैनल हिंदुस्तान नाम की एक वेबसाइट ने इसे प्रणब मुखर्जी की किताब होने के दावे के साथ छापा. वेबसाइट ने प्रणब के हवाले से लिखा की कांग्रेस में सोनिया गांधी की अध्यक्षता के दौरान कई हिंदू विरोधी फैसले लिए जाते थे.
कुछ और वेबसाइट जैसे पर्फार्म इंडिया और हिंदी इंडिया संवाद ने भी इस बयान को छापा. पोस्ट कार्ड न्यूज में छपे एक आर्टिकल में भी इसी फर्ज बयान का इस्तेमाल किया गया. इस वजह से किताब में न होने के बावजूद भी इसे अब तक कई लोग शेयर कर रहे हैं
इस फोटो को देखकर ऐसा लगता है कि इसे किसी न्यूज पेपर से लिया गया है. लेकिन ऑल्ट न्यूज को ऐसा कोई न्यूज पेपर नहीं मिला.
“कांग्रेस की छवि अब देशद्रोही संगठन की”
प्रणब मुखर्जी के एक और बयान को शेयर किया जा रहा है जिसमें वो कहते हैं कि “कांग्रेस की छवि अब देशद्रोही संगठन की बन चुकी है, 2019 में कांग्रेस का सर्वनाश तय है”
इसे शेयर करने वाले फेसबुक पेज में से एक है दैनिक भारत जिसके 5 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं. इस बयान को चार और पेज भी शेयर कर चुके हैं जिनमें Bharatiya Yuva Shakti Yogi Raj-2017 Chitkar Meri Awaaz Suno शामिल हैं.
ये सारे बयान फर्जी हैं
प्रणब मुखर्जी के ऑफिस ने खुद इन बयानों का खंडन किया है. जब ऑल्ट न्यूज ने इस पर सफाई के लिए पूर्व राष्ट्रपति के ऑफिस से पूछा तो उन्होंने कहा कि किताब में ऐसी किसी बात को कोई जिक्र नहीं है और प्रणब मुखर्जी ने कभी एसा बयान नहीं दिया.
ये बयान क्यों और कैसे फैले ये बताना मुश्किल है. लेकिन ऐसे किसी भी बयान को पढ़कर ‘वेबकूफ’ न बनें और इसे शेयर ना करें.
(इनपुट ऑल्ट न्यूज)
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