ADVERTISEMENTREMOVE AD

मोदी, टाटा, कुक, अंबानी:मॉर्निंग अलार्म में छिपी है सफलता की कहानी

बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

Morning Shows the Day..अंग्रेजी का ये मुहावरा सुना ही होगा.

कहते हैं सुबह शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छा बीतता है. सुबह-सुबह कोई भी बुरे अनुभव से नहीं गुजरना चाहता है.

हर सफल इंसान समय को काफी महत्व देता है. उनके रुटीन पर गौर करें तो पाएंगे कि वो अपने दिन की शुरुआत जल्दी करते हैं यानी कई बार हम बिस्तर पर पड़े होते हैं और दूसरी तरफ कई ऐसे लोग होते हैं जो अपने स्वास्थ्य, करियर और पर्सनल लाइफ को सुधारने की शुरुआत कर चुके होते हैं.

कई लोगों की असल जिंदगी और साइंटिफिक रिसर्च बताते हैं कि दिन के शुरुआती घंटे इतने महत्वपूर्ण क्यों हैं? लाॅरा वांदरकम एक आॅथर हैं. उन्होंने अपनी किताब वाॅट द मोस्ट सक्सेसफुल पीपल डू बिफोर ब्रेकफास्ट में बताया है कि सक्सेसफुल लोग अपनी सुबह का उपयोग उन कामों के लिए करते हैं जिन्हें बाद में करना मुमकिन नहीं हो पाता.

देखिए कुछ ऐसे ही सक्सेसफुल लोगों की लिस्ट और जानिए कि वो दिन की शुरुआत कब और कैसे करते हैं. बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं. इन शख्सियतों के भी माॅर्निंग रुटीन पर गौर करेंगे तो आपको भी लगेगा कि सुबह जल्दी उठना कितना फायदेमंद है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

जैक मा



बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.
मैं हमेशा अपने आप से कहता हूं कि हम काम करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं, बल्किहम यहां जीवन का आनंद लेने के लिए हैं. हम यहां एक दूसरे के लिए चीजें बेहतर बनाने के लिए हैं. अगर आपने पूरा जीवन काम करने में बिता दिया तो आप निश्चित रूप से इसके लिए पछताएंगे.

....तो जैक मा का लाइफस्टाइल भी बिल्कुल इस तरह का ही है. उनकी सुबह की शुरुआत 6 से 7 बजे के बीच हो जाती है. वो सिर्फ डेढ़ घंटे काम करते हैं. लेकिन इस डेढ़ घंटे में वो हर सेकेंड का उपयोग करते हैं. इसके बाद अपना सारा समय वो परिवार के साथ बिताते हैं.

टिम कुक



बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.

टिम कुक सुबह 4.30 बजे से ही अपनी कंपनी को ई-मेल भेजने लगते हैं. 5 बजे के आसपास वो जिम पहुंच जाते हैं.

जल्दी जागने वाले कुक देर रात तक भी काम में लगे रहते हैं. वो अपने आॅफिस सबसे पहले पहुंचते हैं और सबसे लास्ट में निकलते हैं. आॅफिस और जिम यानी समय और स्वास्थ्य उनके लिए बहुत इंपाॅर्टेंट है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

मार्क जकरबर्ग



बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.

जकरबर्ग 6 बजे सुबह जागते हैं. तैयार होने के बाद सीधे आॅफिस के लिए निकलते हैं. जकरबर्ग काफी कम नींद लेते हैं.

www.sleepypeople.com वेबसाइट के अनुसार पहले जकरबर्ग के दिन की शुरुआत नींद से ही होती थी. जी हां! क्योंकि कई बार प्रोग्रामर्स से चैट करते-करते सुबह के 6 बज जाते थे और उसके बाद वो अपनी नींद पूरी किया करते थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

वाॅरेन बफेट




बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.

बफेट 6 बजकर 45 मिनट पर नींद से जागते हैं. जागने के बाद 6 न्यूजपेपर पढ़ते हैं. हालांकि इनका कोई तय शेड्यूल नहीं है. लेकिन इनका 80% समय पढ़ने में बीतता है.

मुकेश अंबानी



बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.

मुकेश अंबानी हर सुबह 5 से 5.30 के बीच जाग जाते हैं. अपने घर एंटीलिया के सेकेंड फ्लोर पर जिम में वर्कआउट करते हैं. इसके बाद स्विमिंग और न्यूजपेपर पढ़ने के बाद आगे के काम की शुरुआत करते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

रतन टाटा



बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.

6 बजे से ही टाटा कंपनियों के साथ उनकी मीटिंग की शुरुआत हो जाती है.

लेकिन वीकेंड पर इनकी सुबह मीटिंग के साथ शुरु नहीं होती. वीकेंड पर वो खुद कार ड्राइव पर निकल जाते हैं या प्राइवेट जेट उड़ाना पसंद करते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दिनचर्या की बात हो और हम अपने प्रधानमंत्री को भूल जाएं!

नरेंद्र मोदी



बहुत ही आसान लाॅजिक है कि अगर आप एक घंटे पहले जागते हैं तो आप एक घंटे ज्यादा जिंदगी को जीते हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी दिन की शुरुआत प्राणायाम, सूर्य नमस्कार और योगा से करते हैं.

लाॅरा वांदरकम कहती हैं कि किताब के लिए किए गए पोल में उन्हें 90% लोगों ने बताया कि सुबह 6 बजे से पहले जागना बहुत फायदेमंद है. तो आप भी , तैयार हो जाइए अपना रुटीन बदलने को!

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×