कहते हैं न कि वो काम भला क्या काम जिसमें दिल रो जाए, और वो इश्क भला क्या इश्क जो आसानी से हो जाए. पहले पूरी लगन से पढ़ाई, ईमानदारी से किताबों से दोस्ती, देश के टॉप एग्जाम UPSC का टॉपर बनना और फिर इश्क में गुलजार हो जाना.
टीना डाबी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. UPSC में नंबर-1 आईं और अपना दिल नंबर-2 वाले अतहर आमिर उल साफी खान को हार बैठीं.
इश्क इबादत है, लेकिन सोशल मीडिया को तो यहां भी मजहब और जात-पात का फर्क दिखने लगा. जाहिर है टीना के इस फैसले पर रिएक्शन तो आना लाजिमी था. कुछ लोगों ने चुटकी ली, कुछ ने बधाई दी तो कुछ लोग हाथ धो कर टीना के पीछे पड़ गए. टीना दलित परिवार से हैं तो इसे भी निशाना बनाया गया, टीना एक कश्मीरी मुसलमान से मोहब्बत कर बैठीं तो कुछ लोग ने इसपर भी आपत्ति जताई.
खैर ये सब छोड़िए, फेसबुक और ट्वविटर की सुनेंगे तो जी नहीं पाएंगे. टीना ने भी यही किया, शादी की डेट तो फाइनल नहीं की है लेकिन सगाई का ऐलान कर दिया है. मसूरी का सर्द मौसम और ट्रेनिंग के बीच ये पैगाम आया.
हम सुबह मिले और शाम तक आमिर मेरे दरवाजे पर खड़े थे, उसके लिए पहली नजर में प्यार हो गया, लेकिन मैं आमिर की रोजाना की गई कोशिशों के लिए शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, वो एक बेहतरीन इंसान हैंटीना डाबी, यूपीएससी टॉपर
हम प्यार में हैं और खुश हैं. लेकिन मैं मानती हूं कि हम दोनों के बारे में पढ़कर डिस्टर्ब हो जाती हूं. हमने अपने बारे में गूगल सर्च करना बंद कर दिया है और अब हमारे बारे में छपी न्यूज भी हम नहीं पढ़ते. पब्लिक लाइफ के लिए ये काफी छोटी कीमत चुकानी पड़ती है.
एक अखबार से बात करते हुए टीना डाबी बताती हैं कि, “ ऐसा लगता है कि किसी और मजहब के लड़के से प्यार कर मैंने कोई क्राइम कर दिया हो. चीजें आपत्तिजनक भी हो जाती हैं, फिर मैं सोचती हूं कि सोशल मीडिया पर एक्टिव हो जाऊं और इनका मुकाबला करूं, लेकिन फिर खुद को ये कहकर समझा लेती हूं कि मुझ किसी को कुछ साबित नहीं करना है.”
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