International World Tribal Day 2023: दुनिया के तमाम देशों में हर साल 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस समाज के लोग मुख्यधारा से कटे होने के कारण पिछड़ गए, इस कारण भारत समेत तमाम देशों में उनके उत्थान व अधिकारों की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए इस दिन कई तरह के कार्यक्रम कियें जाते हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार 1994 में इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस घोषित किया था.
विश्व आदिवासी दिवस इतिहास
विश्व आदिवासी दिवस मनाए जाने में अमरीका के आदिवासियों का बड़ा योगदान रहा है, दरअसल अमेरिका में 12 अक्टूबर को हर साल कोलंबस दिवस मनाया जाता है. वहां के आदिवासियों का मानना था कि कोलंबस उस उपनिवेशी शासन व्यवस्था का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसके लिए बड़े पैमाने पर जनसंहार हुआ था.
इसके लिए 1977 में जेनेवा में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में कोलंबस दिवस की जगह आदिवासी दिवस मनाने की मांग की गई. 1989 से आदिवासी समुदाय के लोगों ने इस दिन को सेलिब्रेट करना शुरू कर दिया.
इसके बाद हर साल 12 अक्टूबर को कोलंबस दिवस की जगह आदिवासी दिवस मनाने लगे. इसके बाद यूनाइटेड नेशन ने साल 1994 में आधिकारिक रूप से आदिवासी दिवस 9 अगस्त को मनाने का ऐलान किया.
भारत में बड़ी तादाद में आदिवासी समुदाय
भारत में आदिवासी समुदाय मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार समेत तमाम राज्यों में रहता हैं, मध्य प्रदेश में 46 आदिवासी जनजातियां हैं. एमपी की कुल जनसंख्या के 21 फीसदी लोग आदिवासी समुदाय के हैं वहीं झारखंड की कुल आबादी का करीब 28 फीसदी आदिवासी समाज के लोग हैं.
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