ADVERTISEMENTREMOVE AD

मेरठ: नाले की गंदगी से परेशान लोग, फैल रही बीमारियां

मेरठ के बनिया पाड़ा में लोग कूड़ा और बदबू के बीच रहने को मजबूर हैं

Updated
छोटा
मध्यम
बड़ा

वीडियो एडिटर: विशाल कुमार

वीडियो प्रोड्यूसर: आस्था गुलाटी

ADVERTISEMENTREMOVE AD

मेरठ के बनिया पाड़ा में लोग कूड़े और बदबू के बीच रहने को मजबूर हैं. यहां सीवेज की व्यवस्था नहीं होने से सड़कों के आस-पास कचरा फैला रहता है. लोगों को आने-जाने में भी परेशानी होती है.

जब मैं छोटा था तो मेरे घर के पास वाले नाले में पानी था. अब वहां सिर्फ कचरा भरा हुआ है, जिससे कई तरह की बीमारियां फैल रही हैं. 2017 में मैंने इस समस्या के समाधान के लिए नगर निगम को पत्र लिखा था, लेकिन उन्होंने वहां सिर्फ एक बाउंड्री बना दी.अब वो बाउंड्री भी नहीं है. आज वो नाला और भी बड़ा और गंदा हो गया है.

यहां के स्थानीय निवासी इलियास का कहना है कि

इसमें (नाले) गाय गिरी हैं, कई बार निकाला है. भैंसे भी गिरी हैं और एक बच्चा भी गिर गया था. बाउंड्री थी, वो अब टूट चुकी है. नाला और बड़ा हो चुका है. 

यहां के बाकी निवासियों का भी कुछ ऐसा ही कहना है.

आप देख सकते हैं कि कितना गोबर पड़ा है. रोज दूध लाने जाते हैं तो मुंह बांधकर निकलते हैं. ये पुलिस वाले भी कुछ नहीं कहते कि ‘नाला साफ कर दो’.

नाले के पास ही एक स्कूल है. लेकिन बदबू और गंदगी की वजह से एडमिशन बहुत कम हो गए है. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी बीमार रहने लगे हैं.

5 साल पहले स्कूल खुला था लेकिन गंदगी की वजह से इस साल एडमिशन कम हुए. बच्चे बीमार रहते हैं. जो भी एडमिशन के लिए आता है, उस नाले को देख कर वापस चला जाता है.   
बुशरा सिद्दीकी, स्थानीय

अधिकांश लोगों का कहना है कि नगर निगम नाले की सफाई के लिए कोई सक्रिय कदम नहीं उठा रहा है. यहां तक कि एक बाउंड्री भी नहीं बना रहा है. क्या नाले की स्थिति में सुधार करना हमारी जिम्मेदारी नहीं है? क्या इसकी ओर कोई कदम उठाना अधिकारियों की जिम्मेदारी नहीं है? ये बड़ा सवाल है.

(सभी 'My रिपोर्ट' ब्रांडेड स्टोरिज सिटिजन रिपोर्टर द्वारा की जाती है जिसे क्विंट प्रस्तुत करता है. हालांकि, क्विंट प्रकाशन से पहले सभी दलों के दावों /आरोपों की जांच करता है, रिपोर्ट और ऊपर व्यक्त विचार सिटिजन रिपोर्टर के निजी विचार हैं. इसमें क्‍व‍िंट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×