अहमदनगर (महाराष्ट्र), 9 दिसम्बर (आईएएनएस)| दुष्कर्म मामलों में सजा में देरी को लेकर चिंता जताते हुए वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि पिछली बार एक दुष्कर्मी एवं हत्यारे को 14 अगस्त 2005 को पश्चिम बंगाल में फांसी दी गई थी। हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में कहा, "तब से देश में मौत की सजा सुनाए गए किसी भी इस तरह के दोषी को फांसी की सजा नहीं दी गई है। वर्तमान में 426 दोषी फांसी की सजा का इंतजार कर रहे हैं।"
हजारे ने कहा, "लोगों ने महसूस करना शुरू कर दिया है कि प्रणाली के माध्यम से न्याय पाने में देरी, बाधाएं और कठिनाइयां अपने आप में अन्याय है। हैदराबाद मुठभेड़ के जनसमर्थन का यही कारण है। लोग अब चाहते हैं कि इस तरह के 'मुठभेड़ों' में अपराधियों को खत्म कर दिया जाए।"
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