राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) पुलिस ने एक साढ़े चार साल की बच्ची से बलात्कार और हत्या के आरोपी को 15 घंटों में ढूंढ़कर गिरफ्तार कर लिया और पुलिस ने 8 दिनों में कोर्ट में चालान पेश कर दिया. इस मामले में सबसे खास बात यह रही कि एक अपराधी को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस के करीब 700 जवानों ने रात भर सर्च ऑपरेशन चलाया.
अपराधी के पास मोबाइल न होने के कारण पुलिस को उस तक ट्रैक करके पहुंचने में खासी दिक्कतें हुई, इसलिए पुलिस को परंपरागत तरीके से सर्च ऑपरेशन करके इस अपराधी को ढूंढना पड़ा.
SIT ने की कार्यवाही
जयपुर ग्रामीण के जिला पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने केस की जानकारी देते हुए बताया कि "11 अगस्त को नरैना कस्बे में साढ़े चार साल की बच्ची का अपहरण कर बलात्कार का मामला सामने आया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष अनुसंधान दल (SIT) का गठन किया गया. अनुसंधान दल में 600 से 700 पुलिस अधिकारी और कार्मिकों को शामिल किया गया."
आरोपी को अधिक से अधिक सजा दिलाने का प्रयास - जिला पुलिस अधीक्षक
जिला पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने आगे कहा कि SIT ने आरोपी को अधिक से अधिक सजा दिलाने के लिए और पीड़िता को न्याय दिलाने के उदेश्य से अत्यधिक लगन और मेहनत से कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए, साक्ष्यों का एकत्र कर 8 दिनों में 25 अगस्त को चालन पेश कर दिया गया. आरोपी का नाम सुरेश कुमार है, जिसकी उम्र 25 साल है. ये कन्देवली थाना नरेना का रहने वाला है.
कैसे हुई वारदात ?
शंकर दत्त शर्मा ने आगे बताया कि आरोपी सुरेश कुमार ने घर जाते वक्त साढ़े चार साल की लड़की को उसके घर के बाहर देखा. वह कथित तौर पर उसे उठाकर लगभग 7 किमी दूर एक तालाब के पास एक सुनसान जगह पर ले गया, जहां उसके साथ बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी. लड़की के लापता होने के अगले ही दिन ग्रामीणों को उसका शव तालाब किनारे पड़ा मिला. इसके बाद लोगों ने अपराधी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
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