कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) द्वारा कांग्रेस नेतृत्व पर हमले के बाद पार्टी महासचिव अजय माकन (Ajay Maken) ने पलटवार करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने ही सिब्बल को केंद्रीय मंत्री बनाना सुनिश्चित किया था।
दिन में पहले की गई कपिल सिब्बल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, माकन ने कहा, कांग्रेस नेतृत्व पार्टी में हर किसी की बात सुन रहा है और यह बताना चाहता है कि उन्हें उस संगठन को नीचा नहीं करना चाहिए, जिसने उन्हें इतना कुछ दिया है।
इससे पहले नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, सिब्बल ने कहा था, हमारी पार्टी में कोई अध्यक्ष नहीं है, इसलिए हम नहीं जानते कि ये फैसले कौन ले रहा है। हालांकि, हमें मालूम है, लेकिन तब भी हम यह बात नहीं जानते। हमारे सीनियर साथियों में से किसी ने तुरंत सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष को या तो चिट्ठी लिखी है या जल्दी लिखी जाने वाली है। इससे हमें पार्टी के हालात पर बात करने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा, कांग्रेस का कोई इलेक्टेड प्रेसिडेंट नहीं है, पर फैसला कोई न कोई तो ले ही रहा है ना। गलत हो, सही हो. ये चर्चा वकिर्ंग कमेटी में होनी चाहिए। लोग पार्टी छोड़कर क्यों जा रहे हैं, ये सोचने की जरूरत है।
सिब्बल ने कहा, हम जी-23 हैं, निश्चित तौर पर जी हुजूर-23 नहीं हैं। हम मुद्दे उठाते रहेंगे। मैं आपसे कांग्रेस के उन लोगों की तरफ से बात कर रहा हूं, जिन्होंने पिछले साल अगस्त में सीडब्ल्यूसी और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी को चिट्ठी लिखकर पार्टी अध्यक्ष का चुनाव कराने की मांग की थी। हम पार्टी नेतृत्व की तरफ से अब भी उस पर एक्शन लिए जाने का इंतजार कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर कहा, हम (जी-23 के नेता) उन लोगों में से नहीं हैं, जो पार्टी छोड़कर कहीं और चले जाएंगे। जो लोग उनके (पार्टी नेतृत्व) करीब थे, वे पार्टी छोड़ चुके हैं और जिन्हें वे अपना करीबी नहीं मानते, वे अब भी उनके साथ खड़े हैं। हम जी-23 हैं न कि जी-हुजूर 23।
पंजाब संकट के बारे में बात करते हुए सिब्बल ने कहा कि सीमावर्ती राज्य जहां यह हो रहा है, आईएसआई और पाकिस्तान के लिए एक फायदा है, क्योंकि पंजाब के इतिहास और राज्य में उग्रवाद के उदय को सभी जानते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे राज्य के हितों की रक्षा के लिए एकजुट रहें।
सिब्बल ने कहा कि वह उन कांग्रेस सदस्यों की ओर से बोल रहे हैं, जिन्होंने अगस्त 2020 में पत्र लिखा था और वह सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष पद के चुनाव के संबंध में नेतृत्व द्वारा लिए जाने वाले एक्शन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
--आईएएनएस
एकेके/एएनएम
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