असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को एक बार फिर बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के बराक घाटी क्षेत्र के सिलचर शहर का दौरा किया।
उन्होंने स्थानीय निवासियों के साथ बातचीत की है, और एक समीक्षा बैठक भी की है और किए जा रहे बचाव कार्यों पर चर्चा की है।
रिपोटरें के अनुसार, कछार जिले में लगभग 2.87 लाख लोग प्रभावित हैं, जिनमें से 96,689 पीड़ित अकेले सिलचर से हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन अभी तक सभी क्षेत्रों और बाढ़ पीड़ितों तक नहीं पहुंच पाया है, लेकिन राहत और बचाव एजेंसियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपनी पहुंच को अधिकतम करें और सभी पीड़ितों की जल्द से जल्द मदद सुनिश्चित करें।
सरमा ने विभिन्न व्यापारिक संघों, स्थानीय गैर सरकारी संगठनों, समूहों और व्यक्तियों द्वारा सिलचर में की जा रही परोपकारी गतिविधियों की भी सराहना की। उन्होंने स्थानीय निवासियों से संकट की इस घड़ी में एक-दूसरे के साथ खड़े होने की अपील की।
सिलचर के लोग राहत कार्यों से पूरी तरह खुश हैं क्योंकि सेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ जैसे सभी बल मिलकर बचाव के लिए काम कर रहे हैं। असम में कहीं भी इस तरह के राहत अभियान नहीं चल रहे हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार असम के अन्य हिस्सों से डॉक्टरों को भेजेगी और जल जनित बीमारियों को रोकने के लिए जल्द ही चिकित्सा शिविर आयोजित करेगी। सेना इन शिविरों को चलाने में मदद करेगी।
सरमा ने यह भी दोहराया कि यह बाढ़ मानव निर्मित है और एक सबक सीखा गया है। उन्होंने बेथुकंडी तटबंध में पुलिस गार्ड लगाना सुनिश्चित किया जहां बदमाशों ने बांध को क्षतिग्रस्त कर दिया जिसके कारण सिलचर काफी हद तक जलमग्न हो गया है।
--आईएएनएस
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