मंत्री ने बुधवार को दावा किया था कि रामचरितमानस और मनुस्मृति समाज को बांटने वाली और नफरत फैलाने वाली किताबें हैं।
इसके जवाब में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने अब मंत्री पर 10 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर की जुबान काट कर लाने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा और ऐसे मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी इस बयान पर कड़ी नाराजगी जताई है।
उन्होंने कहा कि अगर मंत्री के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो साधु चुप नहीं रहेंगे।
जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने भी मंत्री को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग की और कहा कि मंत्री के बयान से पूरा देश आहत है।
उन्होंने मंत्री से अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा और कहा कि रामचरितमानस एक ऐसा ग्रंथ है जो लोगों को जोड़ता है और मानवता की स्थापना करता है।
--आईएएनएस
एसकेपी
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