और आखिरकार करण जौहर की तरह ही संजय लीला भंसाली ने समझौता का ही रास्ता चुना. करणी सेना के हमले के खिलाफ संजय लीला भंसाली के साथ पूरा बॉलीवुड उठ खड़ा हुआ था. बॉलीवुड का विरोध देखते हुए नेता भी संभल कर बोलने लगे लेकिन अफसोस संजय लीला भंसाली ने हथियार डालने का फैसला कर लिया है.
संजय लीला भंसाली की प्रोडक्शन हाउस ने राजपूत सभा के गिरिराज सिंह के नाम एक चिट्ठी लिखकर ये कहा है कि,
हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि फिल्म पद्मावती में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच किसी भी तरह के रोमांस को दर्शाया नहीं गया है. न ही ड्रीम सीक्वेंस में और न ही किसी सीन में. हम काफी सावधानी से फिल्म के लिए रिसर्च कर रहे हैं, हमें ये भरोसा है कि इस फिल्म की रिलीज के बाद मेवाड़ की शान में इजाफा होगा. हम आपसे सहयोग की उम्मीद करते हैं.
हो सकता है कि बिग बजट की फिल्म को नुकसान से बचाने के लिए भंसाली ने ये कदम उठाया हो लेकिन इससे बॉलीवुड की एकजुटता को यकीनन धक्का लगेगा.
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