बिहार के भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र में एक मटन (मीट), मछली विक्रेता को मुफ्त में मांस नहीं देना महंगा पड़ गया। आरोप है कि विक्रेता के मुफ्त में मांस नहीं दिए जाने के कारण उसकी जम पिटाई कर दी गई, जिसकी बाद में मौत हो गई। पुलिस अब पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि एकवारी गांव के रहने वाले अयोध्या गांव के बाहर हनुमान छपरा के समीप मीट-मछली की दुकान चलाते थे। प्रतिदिन की तरह वह मंगलवार की रात भी अपनी दुकान पर मीट-मछली बेच रहे थे। आरोप है कि तभी गांव के रहने वाले पुर्नवासी चौरी दुकान पर आए और मुफ्त में मीट की मांग की।
विक्रेता ने जब मीट देने से मना किया तब चौधरी को गुस्सा आ गया और उसने व्रिकेता की पिटाई प्रारंभ कर दी। आरोप है कि इस दौरान उसने और कई ग्रामीणों को बुला लिया और धारदार हथियार से भी मांस विक्रेता के शरीर पर वार कर दिया।
इस हमले में गम्भीर रूप से जख्मी विक्रेता को सड़क किनारे फेंक दिया गया और सभी लोग फरार हो गए। स्थानीय लोगों के द्वारा इसकी सूचना परिजनों को दी गई जिसके बाद लोग मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों की मदद से परिजनों ने घायल अयोध्या प्रसाद को इलाज के लिए आरा के सदर अस्पताल ले आए जहां उनकी स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। पटना ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई।
सहार के थाना प्रभारी प्रमेाद कुमार ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि मृतक के परिजन के बयान पर हत्या की एक प्राथमिकी थाना में दर्ज कर ली गई है। दर्ज प्राथमिकी में पूर्णमासी सहित पांच लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
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