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मंगलवार, 19 सितंबर का दिन संसद के विशेष सत्र, नई संसद की बिल्डिंग में सदन की शुरुआत और कनाडा की बयानबाजी के साथ गहमागहमी से भरा रहा. नए संसद भवन में पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल (Women's Reservation Bill) लाने का ऐलान किया. फिर, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने महिलाओं को आरक्षण देने वाले 'नारी शक्ति वंदन बिल' को लोकसभा में पेश किया.
संसद के विशेष सत्र का तीसरा दिन आज, महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक होगी बहस.
सुप्रीम कोर्ट में 3 बड़े मामलों की सुनवाई- असम में अवैध प्रवासियों की नागरिकता, लोकसभा-विधानसभा में SC-ST आरक्षण और सांसदों को आपराधिक मुकदमों में छूट के केस
Women Reservation Bill | लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा, "आज महिला आरक्षण बिल पास हुआ है। कई बार यह बिल पेश हुआ, एक बार राज्यसभा में पारित भी हुआ. लेकिन कांग्रेस पार्टी के कारण अलग-अलग राजनीतिक दृष्टिकोण के चलते यह बिल पास नहीं हुआ. आज पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की महिलाओं को महिला आरक्षण बिल तोहफे के रूप में दिया गया है."
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महिला आरक्षण बिल पर बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा जोशी ने कहा, "आज यह बिला लोकसभा में पास हुआ है और बहुत समय से इसकी प्रतीक्षा थी. देवेगौड़ा के समय से लेकर मनमोहन जी के समय तक इन दलों ने इस बिल को पास नहीं कराया वह उनकी नीयत थी. वे बस महिलाओं को अपने वोट के लिए इस्तेमाल करना चाहते थे. उनका मत कभी रहा ही नहीं कि महिलाओं को अधिकार दिए जाएं... इस बिल में सोनिया गांधी जी उपस्थित नहीं हुईं... कांग्रेस को मन बड़ा करना चाहिए था. वे मातृ शक्ति के लिए कुछ नहीं कर पाईं और जब यह होने जा रहा था वे अनुपस्थित थीं."