कोलकाता, 12 नवम्बर (भाषा) भारतीय तटरक्षक बल और एनडीआरएफ ने लापता पांच मछुआरों की तलाश के लिए मंगलवार को संयुक्त अभियान चलाया लेकिन किसी भी मछुआरे का कोई पता नहीं चल सका।
चक्रवात ‘बुलबुल’ के कारण पश्चिम बंगाल में मौसुनी द्वीप से दो नौकाओं के पलट जाने से नौ मछुआरे लापता हो गये थे जिनमें से चार के शव सोमवार को बरामद कर लिये गये थे।
हल्दिया तटरक्षक बल के कमांडेंट दीपक सिंह के नेतृत्व में तटरक्षक बल की एक टीम ने उस जल क्षेत्र में आज दिनभर अभियान चलाया जहां यह हादसा हुआ था।
गोताखोरों समेत तटरक्षक बल और एनडीआरएफ की टीम ने मंगलवार को समुद्र में खोजबीन अभियान चलाया लेकिन लापता किसी भी मछुआरे का पता नहीं चल सका।
पश्चिम बंगाल तटरक्षक बल के कमांडर और उपमहानिरीक्षक एस आर दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि डूबी नौकाएं पानी का बहाव तेज होने के कारण किसी और स्थान पर गहरे समुद्र में चली गई। खोजबीन अभियान में लगी टीम ने काफी प्रयास किये लेकिन पांच लापता मछुआरों में से किसी का भी पता नहीं लग सका।
दास ने कहा कि अभियान बुधवार को फिर से चलाया जायेगा।
गौरतलब है कि ये नौकाएं शनिवार को द्वीप से 50 मीटर दूर समुद्र में चक्रवात बुलबुल की चपेट में आ गयी थी। चक्रवात ने गंगा सागर, दक्षिण 24 परगना और खेपुपारा क्षेत्र के बीच पहली दस्तक थी।
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