बिहार (Bihar) के वैशाली (Vaishali) में दलित नेता और भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष राकेश पासवान (Rakesh Paswan Murder) की हत्या के बाद बवाल मचा हुआ है. गुरुवार को राकेश पासवान की लालगंज के पंचदमिया में घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद शुक्रवार को उनके समर्थकों ने शवयात्रा के दौरान जमकर बवाल काटा. इस दौरान पत्थरबाजी और तोड़फोड़ हुई.
शव यात्रा के दौरान बवाल
वैशाली के लालगंज में शुक्रवार को दलित नेता राकेश पासवान की शव यात्रा निकाली गई. इस दौरान उनके समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया. शव यात्रा में शामिल समर्थकों ने पुलिस की गाड़ियों के साथ ही करीब आधा दर्जन गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए. सीसीटीवी कैमरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके साथ ही हत्याकांड से आक्रोशित समर्थकों ने दर्जनों दुकानों में भी तोड़फोड़ की. शवयात्रा के दौरान पत्थरबाजी भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया.
इस मामले में में लालगंज थाना अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने बताया कि,
"शव यात्रा के दौरान शामिल लोगों ने हंगामा किया था रास्ते में खड़ी गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ की गई है. रास्ते में रोड़ेबाजी भी की गई है लेकिन पुलिस ने मामले को नियंत्रित कर लिया है."
थाने में आगजनी की कोशिश
राकेश पासवान के समर्थकों ने थाने में तोड़फोड़ की है. इसके साथ ही थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार की निजी स्कोर्पियो को क्षतिग्रस्त कर पोखर में ढकेल दिया, जिसे बाद में बाहर निकाला गया.
स्थानीय निवासी अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि बड़ी संख्या में उपद्रवी लाठी-डंडों के साथ थाने पहुंचे और आग लगाने की कोशिश की. हम लोग भाग कर घर चले गए. मौके पर मौजूद वैशाली एसपी रवि रंजन कुमार ने कहा कि,
"राकेश पासवान की गोली मारकर हत्या के बाद सड़क जाम और उपद्रव किया गया था. लेकिन भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर मामले को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है. पुलिस मौके पर कैंप कर रही है."
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस भी राकेश पासवान के अंतिम संस्कार में पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की.
क्या है मामला?
बता दें कि लालगंज के पंचदमिया में गुरुवार को सरेआम भीम आर्मी के नेता राकेश पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बदमाशों ने राकेश को उनके घर के दरवाजे पर गोलियों से भून दिया था. इसके बाद उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. राकेश की भतीजी और चश्मदीद ने बताया कि,
"बदमाश दोपहिया वाहन से आए थे और पीठ में गोली मारी. बदमाशों ने चारों ओर फायरिंग की. यहां तक उन्होंने मुझ पर भी गोली चलाई, लेकिन मैं लेट गई थी, जिससे बच गई."
चश्मदीद के मुताबिक, बदमाशों ने 10-20 राउंड फायर किया. जिसके बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गया. हत्याकांड के बाद से लालगंज में तनाव फैला हुआ है. गुरुवार को राकेश पासवान के समर्थकों ने अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामा किया. बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव को लेकर समर्थक लौट आए. हाजीपुर के लालगंज बाजार को बंद कराया. हंगामा कर आगजनी भी की.
राकेश पासवान इलाके के चर्चित दलित नेता थे. वो राजनीति में भी सक्रिय थे. वर्तमान में वो भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष थे. वही. राकेश पासवान का भाई मुकेश जिला परिषद के पूर्व सदस्य रह चुके हैं.
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