मैनपुरी में पत्नी के साथ बलात्कार की रिपोर्ट लिखाने गए एक दलित शख्स को पुलिस ने उल्टे पीट कर बेहोश कर दिया. 41 साल के इस शख्स का आरोप है कि शुक्रवार को मैनपुरी में अलीगढ़-कानपुर हाईवे पर तीन अज्ञात युवकों ने उसकी 38 साल की पत्नी के साथ बलात्कार किया. लेकिन रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंचने पर उसकी बुरी तरह पिटाई की गई. मामले में मैनपुरी के बिछवां थाने को एसएचओ और दो कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया है.
पुलिस ने पति को पीट कर बेहोश किया
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बुलंदशहर जिले के रहने वाले पति-पत्नी शुक्रवार को मोटरसाइकिल पर रिश्तेदारों के यहां जा रहे थे. लेकिन रास्ते में कार सवार तीन युवकों ने पत्नी को अगवा कर लिया. पति जब पुलिस के पास मदद के लिए पहुंचा तो उसने झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई कर दी.
आईएएनएस के मुताबिक पुलिस ने महिला के पति को तब तक पीटा, जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया. पुलिसकर्मियों ने उसकी दो उंगलियां भी तोड़ दीं. उन्होंने पीड़ित पर ‘अपनी पत्नी की हत्या’ करने का आरोप लगाया और कहा कि उसने पुलिस को झूठी शिकायत दर्ज कराई है.
मैनपुरी के एसपी ने की पिटाई की पुष्टि
मैनपुरी के एसपी अजय शंकर राय ने पिटाई की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि मेडिकल जांच में पति की पीठ और पैरों पर चोट के निशान पाए गए हैं. इस बीच, पत्नी ने थाने पहुंच कर बताया कि बदमाशों ने उसके साथ रेप किया और गहने छीन लिए. हालांकि राय ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई. महिला को शारीरिक चोट भी नहीं पहुंची है.
शनिवार को पति की शिकायत पर गैंग रेप, डकैती और अपहरण के मामले में तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई. इसके बाद रविवार को पति को प्रताड़ित के आरोप में दो बिछवां थाने के एसएचओ रजनीश पाल सिंह और दो कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया.
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