तमाम पुलिसिया इंतजामों को खुली चुनौती देकर बदमाशों ने दिनदहाड़े देश की राजधानी में लाखों रुपये से लदी कैश-वैन लूट ली. लुटी रकम 80 लाख से ऊपर बताई जाती है. वारदात से बेहाल दिल्ली पुलिस के सभी संबंधित आला-अफसरों ने फिलहाल इस मामले में मुंह बंद रखने में ही भलाई समझी है.
देर रात घटना के बारे में दिल्ली पुलिस प्रवक्ता से लेकर परिक्षेत्र के संयुक्त पुलिस आयुक्त और जिला पुलिस उपायुक्त तक ने कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी है.
घटना द्वारका इलाके की है. बदमाशों ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने के वक्त पहले कैश वैन सहित उसके चालक और गनमैन का अपहरण किया. लुटेरों ने बंधक चालक और गनमैन की दूर ले जाकर पहले पिटाई की. फिर उन दोनों को छोड़कर कैश वैन लूटकर फरार हो गए.
बदमाशों की पिटाई से घायल सुरक्षाकर्मी और चालक को द्वारका के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया. जांच में सेक्टर-9 द्वारका थाने की पुलिस लगी हुई है. घटना को जब अंजाम दिया गया उस वक्त कैश वैन सेक्टर-1 द्वारका स्थित एक एटीएम में कैश डालने गई थी.
जब कैश एटीएम मशीन में रखने के बाद दोनों कर्मचारी बाहर निकले तो कैश वैन में चालक और सुरक्षाकर्मी गायब थे. दोनों कर्मचारियों ने घटना की जानकारी अपने कार्यालय को दी. कुछ देर बाद कैश वैन लावारिस हालत में खड़ी मिल गई.
सूत्रों के मुताबिक वैन में करीब एक करोड़ 52 लाख रुपये थे. इनमें से 80 लाख से ज्यादा रुपये लुटने की खबरें पता चली हैं. जिस कंपनी के कर्मचारियों के साथ घटना घटी उसका नाम एसआईपीएल बताया जाता है. घटना दोपहर करीब एक बजे के आसपास की है.
रोजाना चार चोर, दो झपटमार, एक तमंचे के साथ पकड़े गए गली-मुहल्लों के अपराधियों की सूचनाएं दिल्ली पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता से दिन भर दिलवाते रहने वाली दिल्ली पुलिस इतनी बड़ी घटना के बाद से बेहाल है.
कैश कितना लुटा? पूरी वारदात क्या और कैसे घटी? इन तमाम सवालों पर द्वारका जिले के डीसीपी एंटो अल्फांसों से लेकर दिल्ली पुलिस प्रवक्ता और मध्य दिल्ली जिले के डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा तक में से किसी ने रात पौने दस बजे तक घटना की कोई अधिकृत जानकारी मीडिया को नहीं दी है.
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