पूर्वोत्तर दिल्ली (Delhi) में 26 सितंबर की सुबह करीब 4 से 5 बजे प्रसाद चोरी के शक में युवक की हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. सुंदर नगरी में अज्ञात लोगों द्वारा बेरहमी से पीटे जाने के बाद इसार अहमद की मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
घटना का वीडियो वायरल, क्या है पूरा मामला?
पूरे घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में इसार एक खंभे से बंधा हुआ दिख रहा है और लोग बारी-बारी से उसे लाठी डंडों से मार रहे हैं. वीडियो में इसार दर्द से कराहता और गिड़गिड़ाता है, लेकिन लोग उसे बेरहमी से पीटते रहते हैं.
इसार के पिता अब्दुल वाजिद ने पुलिस को बताया कि 26 सितंबर की शाम करीब 6:30 बजे जब वे घर पहुंचे तो उन्होनें देखा कि उसका बेटा इसार घर के बाहर पड़ा हुआ है. उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे और वह दर्द से कराह रहा था.
इसार ने अपने पिता को बताया कि सुबह करीब 5 बजे कुछ लड़कों ने उसे जी4 ब्लॉक, सुंदर नगरी के पास पकड़ लिया था. उन्होंने सोचा कि वह प्रसाद चोरी कर रहा है और खंभे से बांध दिया. कुछ देर तक लाठियों से पिटाई की और फिर नाखून उखाड़ दिए.
इसार ने अपने हमलावरों की पहचान सुंदर नगरी के जी4 ब्लॉक के पास रहने वाले कुछ लड़कों के रूप में की. कुछ देर बाद उसका पड़ोसी आमिर उसे रिक्शे पर बैठाकर घर ले आया.
शाम करीब 7 बजे, इसार ने अपने घर पर दम तोड़ दिया. देर रात 10:46 पर अब्दुल वाजिद ने PCR को कॉल कर पुलिस को सूचना दी. शव को पोस्टमार्टम के लिए GTB अस्पताल ले जाया गया.
'प्रसाद चोरी के आरोप में युवक को बांधा'
पुलिस ने कहा कि इसार अहमद (26) को नंद नगरी इलाके में लोगों ने प्रसाद चोरी का आरोप लगाते हुए एक खंभे से बांध दिया और लाठियों से पीटा. पुलिस ने बताया कि ये घटना इसार के घर से मुश्किल से 400 मीटर की दूरी पर हुई. वहां एक चौकी थी जिसपर कुछ प्रसाद और खाने का सामान पड़ा हुआ था.
इसार के परिवार का कहना है कि स्थानीय लोगों ने उसे बचाने की कोई कोशिश नहीं की. उनकी बहन इमराना ने कहा, “अगर उसने प्रसाद चुराया भी हो, तो क्या वह इसके (हत्या) लायक था? हम जानते हैं कि वह चोर नहीं था. वो घूम रहा होगा. मेरा भाई निर्दोष था…” परिवार का कहना है कि आरोपी इसार को करीब 4 घंटों तक यातना देते रहे.
मामले में 6 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें कमल (23), उसका भाई मनोज (19), उनके कर्मचारी यूनुस (20), किशन (19), एक मजदूर पप्पू (24), एक फैक्ट्री कर्मचारी और लकी, जो मोमो स्टॉल चलाता है, शामिल हैं.
इसार मजदूरी करता था और उसके परिवार में पिता और चार बहनें हैं. घटना के बाद इसार के घर के बाहर, घटनास्थल और इलाके में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
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