हरियाणा के रेवाड़ी से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है. रविवार को एक ही परिवार के 3 मासूम बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि उनके माता-पिता बुरी तरह झुलस गए. उन्हें उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया है. पड़ोसी जब उन्हें बचाने पहुंचे तो पांचों के आपस में रस्सी से पैर बंधे हुए थे. कसौला थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
इस मामले में फिलहाल कोई घरेलू कलह या झगड़े की बात सामने नहीं आई है. लक्ष्मण बावल की एक निजी कंपनी में काम करता था. जिले के गांव गढ़ी के रहने वाले लक्ष्मण सिंह और उनकी पत्नी रेखा बावल क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में काम करते थे. शनिवार रात दोनों अपनी बेटी अनीषा (16), निशा (14) और बेटे हितेश (12) के साथ घर में सोए हुए थे. बताया जा रहा है कि रात करीब डेढ़ बजे घर के अंदर से जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी.
पड़ोसियों ने क्या बताया?
पड़ाेसी जितेन्द्र, कमला और गांव के सरपंच जयपाल ने बताया कि जब लक्ष्मण के कमरे में पहुंचे तो वहां पर दो घरेलू गैस सिलेंडर रखे हुए थे. दोनों ही सिलेंडर ऑन करके छोड़े हुए थे. जब बेसुध पड़े परिवार के एक सदस्य को निकालने की कोशिश की गई तो उसके साथ अन्य भी बाहर की तरफ खिंचने लगे. पांचों को बाहर निकाला तो सभी के पैर एक दूसरे से रस्सी से बंधे हुए थे.
पांचों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत रोहतक PGI के लिए रेफर कर दिया गया, जहां बेटी अनीषा (16), निशा (14) और बेटे हितेश (12) ने दम तोड़ दिया, जबकि लक्ष्मण (34) और उसकी पत्नी रेखा (31) की हालत गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि घर में जहरीले पदार्थ के कुछ खाली पाऊच भी मिले हैं, जिससे अंदेशा ये भी लगाया जा रहा है कि उन्होंने पहले जहरीला पदार्थ खाया हो.
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