जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पंपोर (Pampore) में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर की लाश मिलने से हड़कंप मच गया. एसआई की पहचान फारूक अहमद मीर के रूप में की गई है. मीर को कई गोलियां मारी गई हैं. माना जा रहा है कि पहले उनका अपहरण किया गया, उसके बाद उन्हें जंगल में ले जाकर मारा गया है.
फिलहाल स्थानीय पुलिस मामले की जांच में जुटी है, साथ ही शव को पस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पंपोर में ही संबूरा के रहने वाले फारूक की तैनाती फिलहाल लेथपोरा में 23 बीएन आईआरपी में थी.
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बढ़ रहे हैं एनकाउंटर
बता दें हाल में आतंकियों द्वारा कश्मीरी पंडितों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की घटनाएं तेज हुई हैं. इसके जवाब में सैनिको ने भी कई आतंकियो को मार गिराया है. हाल में कश्मीर के कुलगाम में हुए एनकाउंटर में बैंक मैनेजर विजय कुमार के हत्यारे को भी मार गिराया गया था. इसके अलावा शोपियां में भी दो आतंकी मारे गए थे.
बीते एक महीने में ने नागरिकों-पुलिसकर्मियों को बनाया गया निशाना
17 अप्रैल को पुलवामा के काकापोरा इलाके में आरपीएएफ के एसआई देवराज एक आंतकी हमले में घायल हो गए थे, इसके 5 दिन बाद उन्होंने जान गंवा दी थी.
इसी तरह आतंकियं ने 7 मई को श्रीनगर में अल्वा ब्रिज पर हमला बोला, जिसमें कॉन्सटेबल गुलाम हसन डार को अपनी जान गंवानी पड़ी. इस घटना के 2 दिन बाद ही शपियां में भी एक एनकाउंटर में एक सैनिक घायल हो गया था.
24 मई को श्रीनगर में आतंकियों ने जमकर गोलीबारी की, जिसमें पुलिसकर्मी सैफुल्लाह कादरी को जान गंवानी पड़ी. हमले में उनकी बेटी भी बुरे तरीके से घायल हुई थी.
इसके अलावा 12 मई को बडगाम जिले में नौकरी कर रहे कश्मीरी पंडित राहुल भट की भी आतंकवादियं ने हत्या कर दी थी. इसके बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करते हुए घाटी में नौकरी करने वाले कश्मीरी पंडित ने अपनी पोस्टिंग घाटी से अलग करने की मांग की थी.
25 मई को आतंकियों ने टीवी एक्ट्रेस अमरीना भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस हमले में अमरीना का दस साल का भतीजा भी घायल हुआ था. यह हमला अमरीना के घर में घुसकर किया गया था.
आतंकियों ने बीते महीने बारामूला में एक शराब की दुकान पर भी हमला किया था, जिसमें रंजीत सिंह नाम के शख्स की जान चली गई थी.
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