यूपी के मेरठ में बच्चा चोरी की घटना सामने आई है. LLRM मेडिकल कॉलेज में जन्मे बच्चे को एक दिन बाद ही अपराधी चुरा कर फरार हो गए. अपराधी ने खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताया और बच्चे को ले गया.
मेरठ में किठौर थाना क्षेत्र के गांव महलवाला की निवासी डॉली उपाध्याय ने 29 अगस्त को एक बच्चे को जन्म दिया था. जन्म देने से पहले ही अपराधी नीनू के परिवार वालों से घुल मिल गया था और उसने खुद को अस्पतालकर्मी बताया था.
बच्चे की डिलीवरी होने के बाद डॉक्टरों ने जच्चा और बच्चा को गायनिक वार्ड में रखा हुआ था. डॉली के पति नीनू उपाध्याय ने बताया कि 30 अगस्त की दोपहर एक व्यक्ति उनकी पत्नी डॉली के पास गया और कहा कि वह बच्चे को टीका लगाएगा और यह कहकर वो बच्चे को अपनी गोद में ले गया और उसके बाद नहीं लौटा.
जब काफी देर बाद तक वह शख्स नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू हुई. CCTV कैमरे की फुटेज में यह शख्स बच्चे को गोद में ले जाता दिखा. डॉली के पति नीनू ने बताया कि यह शख्स वार्ड में कई बार देखा गया था. खुद को मेडिकल अस्पताल का कर्मचारी बताकर उनके परिवार से घुल-मिल गया था. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि सीसीटीवी में दिख रहा शख्स उनके स्टाफ से नहीं है.
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर RC गुप्ता ने बताया, "इस प्रकरण में आंतरिक जांच का निर्देश दिया गया है. गायनिक वार्ड की तरफ किसी भी बाहरी व्यक्ति के जाने पर रोक लगा दी गई है."
उधर, मेडिकल थाने के इंस्पेक्टर बच्चू सिंह ने बताया कि नीनू उपाध्याय की शिकायत पर बच्चा चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपी की पहचान और बच्चे की तलाश जुटी पुलिस की दो टीमें लगा दी गई हैं. मेडिकल कैंपस से निकलकर आरोपी जिस तरफ गया है, उस रूट के सभी CCTV कैमरे चेक कराए जा रहे हैं.
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