सोशल मीडिया पर हंगामा मचाने वाले एक कथित वीडियो में, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर में नेहा पब्लिक स्कूल की शिक्षिका तृप्ता त्यागी कथित तौर पर अन्य छात्रों को सात वर्षीय मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने के लिए कहती नजर आ रही हैं.
यह वीडियो छात्र के एक रिश्तेदार ने 24 अगस्त को शूट किया था, क्विंट हिंदी के पास यह वीडियो है. तृप्ति को सभी स्टूडेंट्स को कक्षा में छात्र को थप्पड़ मारने के लिए बुलाते हुए देखा जा सकता है. जैसे ही छात्र उसे मारते हैं, उसे यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मुंह लाल हो रहा हैं, कमर पर मारो सारे."
'पुलिस ने हमसे समझौता करने को कहा'
क्विंट हिंदी ने बच्चे के पिता से संपर्क किया, जिन्होंने कहा कि वह शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं.
वीडियो क्लिप में, शिक्षिका को यह कहते हुए भी सुना गया, "मैंने उसे गणित की पांच की टेबल सिखाई थी लेकिन..." इसके आगे सुनाई नहीं दिया.
बच्चे के पिता ने क्विंट हिंदी को बताया, "छात्रों ने एक घंटे तक मारा और उनकी संख्या 60-70 थी. उसका गाल लाल था और पीठ पर वार किया गया था. जब हमने पूछताछ की और उससे पूछा कि आपने बच्चों से क्यों पिटवाया, तो उसने (शिक्षिका) कहा , "मैं वही करूंगी जो मैं चाहती हूं."
पुलिस ने क्या कहा?
सर्कल ऑफिसर खतौली रेंज डॉ रविशंकर ने 'X' पर एक वीडियो बयान में पहले कहा, "एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिससे यह घटना सुर्खियों में आई है, इसमें छात्रों ने एक छात्र को मारा. हम इसका संज्ञान लिया है और इस पर गौर किया है.”
उन्होंने आगे कहा, "यह मंसूरपुर थाना खुब्बाबपुर गांव का है. यह वहां के एक स्कूल के एक सेक्शन का है और छात्र को मारा जा रहा है और कुछ निंदनीय टिप्पणियां की गई हैं."
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस संबंधित लोगों के संपर्क में है और मामले की जांच कर रही है.
मुजफ्फरनगर पुलिस की तरफ से एक नये बयान में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने कहा, "हमने शिक्षिका से भी बात की और पता चला कि उसने कहा था, "जिन मोहमडन बच्चों की मां पढ़ाई पर ध्यान नहीं देती हैं, उन बच्चों की पढ़ाई का नाश होता है (जिन मुस्लिम छात्रों की माताएं अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं देतीं, उनकी पढ़ाई बर्बाद हो जाती है.)"
एसपी सिटी ने आगे कहा कि मारपीट को लेकर संबंधित शिक्षिका के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
इस बीच, मामले पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने 'X' पर लिखा, "हम इस मामले में जांच शुरू कर रहे हैं. यह सभी से विनम्र अनुरोध है कि ऐसा बच्चे की पिटाई का वीडियो शेयर न करें. ऐसी घटनाओं की जानकारी ईमेल पर साझा करें. बच्चे की पहचान करने का अपराध न करें."
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)