दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर, जहां किसान केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले एक साल से प्रदर्शन (Farmers Protests) कर रहे हैं, एक किसान की खुदकुशी से मौत हो गई है. सोनीपत के कुंडली सिंघु बॉर्डर पर किसान का शव संदिग्ध परिस्थितियों में लटका मिला.
किसान की पहचान फतेहगढ़ साहिब जिले के अमलोह तहसील के 45 वर्षीय किसान गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि किसान बीकेयू सिद्धपुर यूनियन से संबंधित था.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि किसान की मौत कथित तौर पर खुदकुशी से हुई है, CrPC की धारा 174 के तहत जांच की कार्यवाही शुरू कर दी गई है.
सोनीपत के कानून-व्यवस्था के डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने कहा, “प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, ये आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है. जांच शुरू कर दी गई है."
रिपोर्ट में, बीकेयू एकता सिद्धूपुर के फतेहगढ़ साहिब के जिला संयोजक गुरजिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें घटना की सूचना सुबह करीब छह बजे मिली, पीड़ित को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
उन्होंने कहा, “वो सोमवार को अपने गांव का दौरा करके सिंघु बॉर्डर लौटा था. पिछले दो दिनों में किसानों के साथ अपनी बातचीत में, उसने जिक्र किया था कि वो कृषि कानूनों को निरस्त करने पर रुकावट से परेशान हैं और किसानों के एक साल से ज्यादा समय से विरोध करने के बावजूद, सरकार किसानों की मांगों को नहीं सुन रही है."
सिंघु बॉर्डर पर हुई थी किसान की हत्या
करीब एक महीने पहले, 15 अक्टूबर को सिंघु बॉर्डर पर एक किसान की हत्या कर दी गई थी. 15 अक्टूबर के तड़के सुबह, सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन स्थल पर 36 वर्षीय एक व्यक्ति का शव क्षत-विक्षत हालत में पाया गया. मृतक की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई. कथित तौर पर बॉडी को पुलिस बैरिकेड से बंधा खून से लथपथ हालत में पाया गया था. उसके पैर और उसकी बाईं कलाई कटी हुई थी. इस मामले में तीन निहंग सिखों को गिरफ्तार किया गया था.
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